Get information about Earthquake in Hindi Language. Here you will get Paragraph and Short Essay on Earthquake in Hindi Language / Bhukamp Essay in Hindi Language for students of all Classes in 100, 200, 300, 400 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में भूकंप पर निबन्ध मिलेगा।
Essay on Earthquake in Hindi – भूकंप पर निबन्ध
Paragraph & Essay on Earthquake in Hindi – भूकंप पर निबन्ध ( 100 words )
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जो कि बहुत ही नुकसानदायक है। भूकंप स्थलमंडल में ज्यादा मात्रा में ऊर्जा के मुक्त होने और नीचे की स्तह में प्लेटों के हिलने की वजह से होता है। भूकंप को मापने के लिए सिसमोग्राफ का प्रयोग किया जाता है। जब भूकंप आता है तो हमें झटके महसूस होते है और यह झटके इतने ताकतवर होते है कि ऊँची ऊँची इमारतों को भी गिरा देते हैं। भूकंप के आने पर बहुत से नगर तहस नहस हो जाते हैं। भूकंप के कारण मानव को जीवन की क्षति भी होती है। भूकंप आने पर हमें खुले मैदान में भाग जाना चाहिए और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए।
Short Essay on Earthquake in Hindi Language – भूकंप पर निबन्ध ( 200 words )
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जिसके आने की घोषणा पहले से नहीं की जा सकती है। भूकंप पहाड़ो वाले क्षेत्रों में अधिक आते हैं। भूकंप के आनो को बहुत सो कारण है जैसे अधिक गर्मी के कारण ज्वालामुखी का फटना। धरती के नीचे चट्टानों का खिसकना। धरती के नीचे मौजुद प्लेटस का टकराना या फिर खिसकना। भूकंप के आने पर धरती डोलने लगती है जिस वजह से मकान पेड़ पौधे आदि गिर जाते हैं और लाखों इंसान और पशु पक्षी उनके नीचे दब कर मर जाते हैं। भूकंप जब भी आता है बहुत तबाही मचाकर जाता है।
भूकंप धरती पर बोझ के कारण भी आता है और इसके आने पर सबसे ज्यादा खतरा ऊँची इमारतों के गिरनो का होता है। भूकंप के आने पर सभी लोगों को घर से बाहर खुले मैदान में चले जाने चाहिए। भूकंप के आने का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता लेकिन उससे बचने की बहुत सी तैयारियाँ की जा सकती हैं। इसके लिए लोगों को लकड़ी के घरों में रहने की सलाह दी जाती है। उन्हें अपने पास एक मोबाईल फोन और टॉर्च जरूर रखनी चाहिए। भूकंप को रोकना मनुष्य के लिए संभव नहीं है लेकिन पेड़ पौधे भूकंप से हमारी रक्षा करते हैं। इसलिए भूकंप जैसी आपदा रोकने को लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाना चाहिए।
Essay on Earthquake in Hindi Language – भूकंप पर निबन्ध ( 300 words )
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जो किसी भी समय और कहीं भी पृथ्वी की सतह पर हो सकती है, जिससे जीवित प्राणियों और उपयोगी प्राकृतिक संसाधनों की बहुत गड़बड़ी होती है।
भूकंप के मुख्य कारणों में से एक प्लेट टेक्टोनिक्स है जो पृथ्वी की सतह में विवर्तनिक आंदोलनों का कारण बनता है। धरती की सतह के नीचे टेक्टोनिक प्लेटें एक-दूसरे के साथ टकराती हैं और दूसरे पर चढ़ाई करती हैं जो पहाड़ी निर्माण, भूकंप और ज्वालामुखी का कारण बन जाती हैं। यह प्रक्रिया ऊर्जा का एक विशाल स्तर जारी करती है जो एक बल बनाता है और इस प्रकार सतह आंदोलन।
जहां भी भूकंप होते हैं, जीवन और संपत्ति के नुकसान, भूस्खलन, वनस्पति और पशु जीवन का नुकसान, धरनाओं का विनाश और दोषों के विकास और पृथ्वी की सतह में भंग के अलावा आम तौर पर भूकंप होते हैं और ये सभी पर्यावरण क्षरण को जाता है। दुनिया में भयावह भूकंपों की सूची यहां बहुत लंबी है, जिनके बारे में यहां बताया गया है। भारत में, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और महाराष्ट्र-उत्तर-पूर्वी राज्यों के क्षेत्रों में भूकंप की घटनाएं आम हैं।
सबसे हाल ही में भूकंप 26 जनवरी 2001 को गुजरात में और कश्मीर में 28 मार्च 1999 को हुई, जिसमें पूरे क्षेत्रीय पारिस्थितिक तंत्र से परेशान होने के अलावा संपत्ति और जीवन की भारी क्षति की सूचना मिली।
वास्तव में, प्राकृतिक खतरों के बीच भूकंप सबसे विनाशकारी होते हैं।
भूकंप से सुरक्षित रहने के तरीके :
लोगों को शांत रहना चाहिए और दरवाजे के अंदर या बाहर रहना चाहिए, लेकिन खिड़कियों, इमारतों और बिजली लाइनों से दूर रहना चाहिए। उन्हें इमारत के केंद्र के पास की दीवार के द्वार पर खड़े होना चाहिए और कुछ भारी फर्जीचर जैसे डेस्क या टेबल के नीचे क्रॉल करना चाहिए। यदि कोई गाड़ी चला रहा है, तो उसे कार को रोकना चाहिए और भूकंप बंद होने तक अंदर रहना चाहिए।
Essay on Earthquake in Hindi – भूकंप पर निबन्ध ( 400 words )
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जिसे भूचाल के नाम से भी जाना जाता है और इसकी तीव्रता से पता लगता है कि यह कितना विनाशकारी है। भूकंप अक्सर स्थलमंडल में अत्यधिक ऊर्जा के उतपन्न होने और पृथ्वी की सतह में परतों में कंपन के कारण आता है। अक्सर बहुत बार हम भूकंप के हल्के झटकों को महसूस करते है पर कई बार यह झटके बहुत ही खतरनाक होते हैं। भूकंप धरती की सतह में उठने वाली तरंगो से उत्पन्न होता है और भूकंप को रिएक्टर में मापा जाता है और इसे मापने के लिए सिस्मोमीटर का प्रयोग किया जाता है।
भूकंप में उठने वाली तरंगे तीन प्रकार की होती है। प्राथमिक तरंगे वह होती है जिनसे केवल दो या तीन रियेक्टर भूकंप आता है जिससे कोई हानि नहीं होती है। माध्यमिक तरंगों में हानि से सावधानी बरत कर बचा जा सकता है। इसमें चार से सात रिएक्टर तक का भूकंप आता है। सतह तरंगे वह तरंगे है जो बहुत ही आतंक मचाता है और यह 7 रिएक्टर से ज्यादा होता है।
भूकंप बहुत ही विनाशकारक है जिससे बहुत से नगर और कस्बें तबाह हो जाते है। भूकंप से बहुत सी ऊँची ईमारते ध्वस्त हो जाती है। भूकंप आने पर सबसे ज्यादा नुकसान जान का होता है।
भूकंप से पहले से ही सावधानियाँ बरतने से हम विनाश से बच सकते हैं। हमें खबरों में मिल रही चेतावनियों पर ध्यान देना चाहिए और भूकंप से बचने के इंतजाम करने चाहिए। हमें भूकंप आने पर बाहर खुले मैदान में चले जाना चाहिए और गैस सिलिंडर और बिजली के मेन स्विच को बंद कर देना चाहिए। भूकंप के समय यात्रा नहीं करनी चाहिए और वाहन में नहीं बैठना चाहिए। भूकंप के समय पर कभी भी ऊँची या पहाड़ी वाले स्थान पर खड़े नहीं होना चाहिए और न ही कुएँ के पास खड़ा होना चाहिए।
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जिसके आने का कोई समय निर्धारित नहीं है और न हीं मनुष्य के पास इसका कोई समाधान नहीं है लेकिन फिर भी कुछ छोटे मोटे उपाय करके हानियौं से बचा जा सकता है। हम सबको आधुनिक विग्यान की सहायता लेकर भूकंप से बचने के उपाय करने चाहिए। पेड़ पौधे भी भूकंप से हमारी रक्षा करते है। हमें अपने साथ हमेशा पानी की बोतल, टॉर्च और आपातकालिन चिकित्सा बॉक्स रखना चाहिए। हमें भूकंप आने पर भयभीत नहीं होना चाहिए अपितु सुझ बुझ से इसका सामना करना चाहिए और दुसरों की भी मदद करनी चाहिए।
हम उम्मीद करेंगे कि आपको यह निबंध ( Essay on Earthquake in Hindi – भूकंप पर निबन्ध ) पसंद आएगा।
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