यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर निबंध मिलेगा। Here you will get Paragraph and Short Essay on Janmashtami in Hindi Language for students of all Classes in 100 and 300 words.
Essay on Janmashtami in Hindi – श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर निबंध
Essay on Janmashtami in Hindi – श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर निबंध ( 100 words )
जन्माष्टमी हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है और यह हर साल भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है। इस दिन कृष्ण जी का जन्म मथुरा में हुआ था। इस दिन सभी मंदिरों को सजाया जाता है। कृष्ण जी को झुल्ले में बिठाकर झुलाया जाता है। रास लीला का आयोजन किया जाता है। इस दिन दही हांडी का विशेष महत्व है। लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं और उसे रात के 12 बजे तोड़ते है। यह पर्व कृष्ण जी में हमारी आस्था और भक्ति का प्रतीक है। घरों पर तरह तरह के मिष्ठान बनाए जाते हैं। बाजार से लड्डू गोपाल और उनके नए कपड़े खरीद कर लाए जाते हैं। इस दिन पूरा वातावरण मंगलमय होता है।
Essay on Janmashtami in Hindi – श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर निबंध ( 300 words )
आज से लगभग साढ़े तीन हजार वर्ष पहले हमारे देश में एक ऐसे महान पुरुष का जन्म हुआ था, जिन्होंने दुष्टों का नाश करके धर्म की रक्षा की थी। उनका नाम भारत का बच्चा-बच्चा जानता है । वे थे भगवान् श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उन्हीं के जन्मदिवस पर उनके सुकृत्यों का प्रचार व प्रसार करने और उन्हें सदैव कायम रखने के लिए देश भर में बहुत श्रद्धा, भक्ति और सजधज से मनाई जाती है।
जन्माष्टमी के दिन लोग व्रत रखकर श्रीकृष्ण के नाम का जाप करते है। कहीं कीर्तन होता है, कहीं लोग गीता-पाठ या भजन-उपदेश का कार्यक्रम करते हैं। इस तरह यह दिन बड़ी श्रद्धा से मनाया जाता है। उस दिन अनेक स्थानों पर रासलीलाएँ होती हैं। मंदिरों में श्रीकृष्ण-जीवन और गीता पर प्रवचन होते हैं। झांकियां सजाई जाती हैं। प्रसाद वितरण किया जाता है। श्रीकृष्ण की जीवनलीलाओं पर प्रकाश डाला जाता है। इस दिन हर एक मंदिर में हिंडोले सजाए जाते हैं।
मथुरा का राजा कंस बड़ा दुष्ट था। उसने अपने बहनोई देवकी वसुदेव को कैद कर रखा था। कारागार में ही भादों की कृष्ण अष्टमी के दिन कृष्ण का जन्म हुआ। कंस के भय से वसुदेव ने कृष्ण को उसी समय गोकुल पहुँचा दिया। वहां नंद और यशोदा ने उनका लालन-पालन किया। कृष्ण ने बाल-लीला की, गायें चराई, वंशी बजाई और बड़े होकर महाभारत के युद्ध में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया। गीता संसार की पवित्र पुस्तकों में से एक है। जिन दुष्टों के अत्याचारों से जनता त्राहि-त्राहि कर उठी थी, उनका श्री कृष्ण ने संहार किया। इसीलिए वे भगवान माने गए। उनके जीवन से हमें यह शिक्षा मिलती है कि बलवान और धनी होने पर मनुष्य को गर्व और अत्याचार नहीं करना चाहिए।
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