Get information about Solar System in Hindi. Here you will get Paragraph and Short Essay on Solar System in Hindi Language for students of all Classes in 200 and 400 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में सौर मंडल पर निबंध मिलेगा।
Essay on Solar System in Hindi – सौर मंडल पर निबंध
Short Essay on Solar System in Hindi Language – सौर मंडल पर निबंध ( 200 words )
सूर्य और उसके चारों तरफ घुमने वाले ग्रह, क्षुद्रग्रह, बौना ग्रह और धुमकेतु मिलकर सौरमंडल कहलाते हैं। सौरमंडल का केंद्र सूर्य है जो कि गैसों से बना हुआ है। सौरमंडल के बिल्कुल बाहरी सीमा पर प्लुटो नामक बौना ग्रह है। सूर्य के चारों तरफ सभी ग्रह अपने निर्धारित कक्ष में घुमते है और अपने चारों तरफ भी घुमते है। सूर्य के सबसे निकट बुध ग्रह है जो कि बहुत ही छोटा है। सूर्य से दुसरे स्थान पर शुक्र ग्रह है जो कि सबसे गरम ग्रह है और इसका आकार और बनावट बिल्कुल पृथ्वी जैसे है। तीसरे स्थान पर पृथ्वी है जो कि एकमात्र ऐसा ग्रह है जिसपर जीवन संभव है। इसका अधिकतर भाग पानी होने के कारण इसे नीला ग्रह भी कहा जाता है।
चौथे स्थान पर मंगल ग्रह है जो कि धरती से देखने पर लाल रंग का नजर आता है जिस वजह से इसे लाल ग्रह कहा जाता है। पाँचवा ग्रह बृहस्पतिवार है जो कि पूरे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। छटा ग्रह शनि है और साँतवा ग्रह युरेनस है। सूर्य से आँठवा ग्रह नेप्चयुन है। माना जाता है कि पृथ्वी एक मंगल ग्रह जितनी भारी चीज से टकराई जिससे उसका एक बड़ा हिस्सा हटकर पृथ्वी के परिक्रमा कक्ष में चला गया और बाकि चीजों से मिलकर चंद्रमा की उत्पति हुई।
Essay on Solar System in Hindi – सौर मंडल पर निबंध ( 400 words )
सूर्य के चारों तरफ घुमने वाले ग्रहो, उपग्रहों क्षुद्रग्रहों और धुमकेतुओं को मिलाकर सौरमंडल का निर्माण होता है जो कि सभी गुरत्वाकर्षण से एक दुसरे से बंधे होते है। सौरमंडल में मौजुद अणु आपस में जुड़कर बड़े बड़े चट्टानों का निर्माण करते है और एक दुसरे से टकराकर ग्रहों और उपग्रहों में बदल जाते हैं। बड़े आकार वाले ग्रह ज्यादा गुरत्वाकर्षण के कारण खुद को गोल आकार में डाल लेते हैं। पहले यह माना जाता था कि पृथ्वी एक स्थिर ग्रह है पर बाद में इस बात की पुष्टि की गई की पृथ्वी अपने निर्धारित कक्ष में घुमती रहती है और सूर्य सौरमंडल का केंद्र हैं।
सौरमंडल में दो तरह के ग्रह पाए जाते है जिनकी सतह ठोस हेती है और दुसरे वह जों गैसों से बने होते हैं। सूर्य जो कि सौरमंडल का केंद्र है और जिसके चारो तरफ सभी ग्रह घुमते है वह गैसों का बना हुआ है। उसका 72 प्रतिशत हिस्सा हाईड्रोजन और 26 प्रतिशत हिलीयम से बना है। सूर्य के सबसे निकट का ग्रह है और वह बहुत ही छोटा हैं। सूर्य से दुसरे स्थान पर शुक्र ग्रह आता है। यह सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह है। इसका आकार और बनावट लगभग पृथ्वी जैसी ही है। इसलिए इसको पृथ्वी की बहन भी कहा जाता है।
बुध और शुक्र के बाद तीसरा ग्रह पृथ्वी है। यह एकमात्र ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन संभव है। इसका अधिकतर भाग पानी से ढका होने के कारण इसे नीला ग्रह के नाम से भी जाना जाता है। सूर्य से चौथे स्थान पर मंगल ग्रह आता है जो कि धरती से देखने पर लाल रंग का नजर आता है जिस वजह से उसे लाल ग्रह के नाम से भी जाना जाता है। सूर्य से पाँचवें स्थान पर बृहस्पति ग्रह आता है जो कि पूरे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। रोमन के लोगों ने अपने देवता के नाम पर उसका नाम जुपिटर भी रखा हुआ है। छठें स्थान पर शनि ग्रह आता हैं।
यह दुसरा सबसे बड़ा ग्रह है और इसके 66 उपग्रह है। सौरमंडल में साँतवा ग्रह अरूण यानि कि युरेनस है जो कि तीसरा बड़ा ग्रह है और आठंवे स्थान पर वरूण यानि नैप्चयुन है जो कि चौथा बड़ा ग्रह है। सूर्य से बिल्कुल बाहरी आवरण पर प्लुटों नामक एक बौना ग्रह हैं। माना जाता है कि धरती से एक मंगल ग्रह जितनी भारी वस्तु टकराई थी जिससे धरती की एक सतह हट गई और वह उसकी परिक्रमा के बाहरी कक्ष में घुमने लगी और बाकि चीजों से मिलकर चंद्रमाँ का निर्माण हुआ। चाँद के पास अपना प्रकाश नहीं होता है वह सूर्य से रोशनी प्राप्त करता है।
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Essay on Solar System in Hindi – सौर मंडल पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
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