Here you will get Paragraph and Short Essay on Teachers Day in Hindi Language for students of all Classes in 100, 250 and 500 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में शिक्षक दिवस पर निबंध मिलेगा।
Essay on Teachers Day in Hindi – शिक्षक दिवस पर निबंध
Short Essay on Teachers Day in Hindi Language – शिक्षक दिवस पर निबंध ( 100 words )
हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है ताकि शिक्षकों को सम्मान दिया जा सके और उन्हें धन्यवाद कहा जा सके। यह इस दिन इसलिए मनाया जाता है क्योंकि अस दिन भारत के पूर्व राषट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था जो कि एक महान शिक्षक और दुरदार्शनिक थे। शिक्षक भविष्य निर्माता होते है। शिक्षक और शिष्यों की प्रणाली भारत देश में प्राचीन काल से ही है। शिक्षक दिवस के लिए बच्चे कार्यक्रम का आयोजन करते है और उपहार देकर उन्हें धन्यवाद कहते है। शिक्षक बहुत ही सम्मान के योग्य है क्योंकि वो अपनी शिक्षा के बल पर पूरे देश में बदलाव ला सकते है। शिक्षक का बच्चों से अनोखा रिश्ता होता है और वह शिक्षा के माध्यम से एक दुसरे से जुड़े होते है।
Essay on Teachers Day in Hindi – शिक्षक दिवस पर निबंध ( 250 words )
भारत में गुरू और शिष्य की प्रणाली बहुत ही प्राचीन है। गुरू और शिष्य का एक अनोखा रिश्ता होता है दोनों एक दुसरे से शिक्षा के माध्यम से जुड़े होते है। बच्चे के सबसे पहले गुरू माता पिता होते है जिससे वह संस्कार और प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करते हैं। माता पिता के बाद दुसरा स्थान शिक्षकों का होता है जो बच्चों को शिक्षा देकर कौशल बनाते है। हर साल हम 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाते है ताकि उन्हें सम्मान दे सके और धन्यवाद कह सके। यह इस दिन इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन हमारे पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था जो कि एक महान शिक्षक थे।
उन्हें अध्यापन से बहुत ही लगाव था और उन्होंने अपनी जिंदगी के 40 साल अध्यापन कार्य को दिए। अध्यापन एक ऐसा पेशा है दो कि सभी पेशों का निर्माता है। शिक्षक डॉक्टर से लेकर नेता तक सबका निर्माण करता है। शिक्षक अपनी शिक्षा के बल पर पूरे देश में क्रांति ला सकता है और देश को एक नया बदलाव दे सकता है। शिक्षक दिवस के दिन बच्चे अध्यापकों के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते है। उन्हें उपहार देकर धन्यवाद कहते है। इस दिन सरकार भी सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को चुनकर उन्हें पुरूस्कार देकर सम्मानित करती है।
शिक्षक भविष्य निर्माता होते है। वह बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाते है और उन्हें आगे बढ़ने में पूरा सहयोग देते है। हम सबकों शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए क्योंकि वह हमारे देश की नींव को मजबूत करते है। शिक्षक दिवस के दिन हम गुरू और शिष्य के अनोखे रिश्ते की खुशी को मनाते हैं।
Shikshak Diwas Essay in Hindi – Essay on Teachers Day in Hindi ( 500 words )
शिक्षक और बच्चों का एक अनोखा रिश्ता होता है। एक शिक्षा देता है तो दूसरा शिक्षा लेता है। शिक्षा इन दोनों को जोड़ कर रखती है। गुरु शिष्या की यह प्रथा प्राचीन समय से चलती आ रही है। शिक्षक को सबसे अधिक सम्मान दिया जाना चाहिए क्योंकि वो बच्चों का भविष्य बनाते है। हर साल 5 सितंबर को हम शिक्षक दिवस मनाते है ताकि हम अपने गुरूओं को सम्मान दे सके और धन्यवाद कह सके। शिक्षक दिवस के दिन भारत के पूर्व राषट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन होता है। जब एक बार बच्चों ने उनसे उनका जन्मदिन मनाने की अनुमति माँगी तो उन्होंने कहा इसे शिक्षक दिवस के रुप में मनाओ। बस तभी से इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक बहुत ही अच्छे शिक्षक और दार्शनिक थे। उन्हें अध्यापन से बहुत प्यार था और उन्होंने अपनी जिंदगी के 40 साल अध्यापन को दिए। अध्यापन एक ऐसा पेशा है जो कि सभी पेशों का निर्माता है। शिक्षक देश के भविष्य के निर्माता है। उनमें इतनी शक्ति होती है कि वह डॉक्टर से लेकर नेता तक निर्माण कर सकते है। शिक्षक बिना किसी हथियार के देश में क्रांति ला सकता है। वह अपनी शिक्षा का प्रयोग करता है देश में बदलाव लाने के लिए जो कि सबसे सर्वोत्तम हथियार है। शिक्षक किसी भी व्यक्ति को शिक्षा देकर कौशल बनाता है और उनका सही मार्गदर्शन करता है। एक शिक्षक अपनी जिंदगी में जो भी सिखता है वह वही सब अपने शिष्यों को भी सिखाता है।
शिक्षक अपने शिष्यों का आत्मविश्वास बढ़ाता है और उन्हें अनुशासन में रहना भी सिखाता है। हर बच्चे के सबसे पहले गुरू माता पिता ही होते है। उन्हीं से बच्चे संस्कार और प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करते है। शिक्षक का स्थान माँ बाप के बाद दुसरे स्थान पर आता है। शिक्षकों को सम्मान अर्पित करने के लिए शिक्षक दिवस के दिन बच्चे बहुत से कार्यक्रम आयोजित करते है। शिक्षकों को धन्यवाद के रूप में उपहार दिए जाते है। बच्चें शिक्षकों के मनोरंजन के लिए नृत्य, गायन आदि प्रस्तुत करते है। शिक्षक के व्यक्तिगत के हिसाब से उसपर कुछ पंक्तियाँ भी लिखी जाती है। कई शिक्षक सख्त होते है लेकिन वो बच्चों को भविष्य में सफल देखना चाहते है। शिक्षक निस्वार्थ बच्चों को सब कुछ सिखाते है।
आज के युग में गुरू शिष्य का यह रिश्ता खराब होता जा रहा है। हर रोज शिक्षक के बच्चे के साथ और बच्चों के शिक्षक के साथ दुर्वयवहार के किस्से सामने आते है। शिक्षक भी अपनी शिक्षा को अब बेचने लगे है। वो पैसों में बच्चों को नकल भी कराते है जो कि बहुत ही गलत है। हमें इस गुरू शिक्षक की प्रथा को दुषित नहीं करना चाहिए। हमें शिक्षक का पूर्ण सम्मान करना चाहिए क्योंकि एकमात्र वहीं है जो आपको समाज के हर एक पहलू से रूबरू कराता है। शिक्षक हमें अच्छे बुरे से अवगत कराता है। हमें शिक्षक दिवस मनाकर अपने भविष्य निर्माता को धन्यवाद कहना चाहिए। यह हमें आजीविका भी कमाना सिखाता है। गुरू हमारी नींव को मजबूत करते है।
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Essay on Teachers Day in Hindi – शिक्षक दिवस पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
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