Here you will get Paragraph, Short Essay on Tree Plantation in Hindi Language for Students and Kids of all Classes in 150, 250, 500 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में वृक्षारोपण पर निबंध मिलेगा।
Essay on Tree Plantation in Hindi – वृक्षारोपण पर निबंध
Essay on Tree Plantation in Hindi – वृक्षारोपण पर निबंध ( 150 words )
वृक्षारोपण का मतलब पेड़ों को अधिक से अधिक रोपण करना है। पेड़ हमारे पर्यावरण का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। पेड़ कई तरीकों से हमारे लिए उपयोगी हैं। वे हमें खाद्य पदार्थ, फल, दवाएं, जंगल, फूल, रंग आदि देते हैं। वे हमें ऑक्सीजन भी देते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं। वे पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखते हैं। वे हमें बाढ़, सूखा, तूफान, चक्रवात इत्यादि जैसी विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से बचाते हैं लेकिन लोग पेड़ों को काटते हैं और अपने जीवन को खतरे में डाल देते हैं। पेड़ों को काटना मिट्टी को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। यह ग्लोबल वार्मिंग का भी कारण बनता है जो निकट भविष्य में मनुष्यों को पीड़ा का गंभीर कारण बता सकता है। पेड़ हमारे सबसे अच्छे दोस्त हैं। इसलिए, हमें यादृच्छिक रूप से पेड़ों को काट और उपयोग नहीं करना चाहिए। इसके बजाय हमें एक स्वस्थ, खुश और बेहतर जीवन के लिए और पेड़ लगाएंगे।
Short Essay on Tree Plantation in Hindi Language – वृक्षारोपण पर निबंध ( 250 words )
वृक्षारोपण का मतलब लकड़ी का उत्पादन करने के लिए एक निश्चित या अलग-अलग क्षेत्रों में वृक्ष लगाने का मतलब है। वृक्षारोपण के महत्व को और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। वृक्षारोपण के माध्यम से हमारा पर्यावरण ठीक से संतुलित रहता है। प्राकृतिक आपदाएं अप्रत्याशित रूप से नहीं हो सकती हैं। भोजन की हमारी मांग पूरी हो गई है। ऑक्सीजन हवा में ठीक से संतुलित है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पारिस्थितिक संतुलन मनुष्यों और जानवरों और पौधों के रख-रखाव के सुधार के लिए भी उपयुक्त रहता है। यदि पेड़ लगाए नहीं जाते हैं, तो हम पेड़ों से भोजन, ऑक्सीजन और विभिन्न प्रकार के आवश्यक तत्व नहीं प्राप्त कर सकते हैं। तो, पेड़ों और मनुष्यों के बीच घनिष्ठ संबंध है।
यदि कोई पेड़ नहीं था, तो पर्यावरण संतुलन खो गया होगा। बाढ़ और सूखे बार-बार हो सकते हैं। भूमि रेगिस्तानी जगह में बदल जाएगी। पेड़ के वृक्षारोपण के लिए बरसात का मौसम सबसे अच्छा समय है। हमें उन्हें अच्छी तरह से विकसित करने के लिए कुछ प्रभावी उपाय करना चाहिए। हमें जानवरों या अन्य चिंताओं के अनुसार उन्हें ठीक से ख्याल रखना चाहिए उन्हें नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। हम किसी भी नर्सरी या सरकार से उपलब्ध पेड़ प्राप्त कर सकते हैं। कृषि विभाग हम वृक्षारोपण अभियान में भाग ले सकते हैं। हमें वृक्षारोपण कार्यक्रम को बेहतर आवास के लिए सफल बनाना चाहिए।
Essay on Tree Plantation in Hindi – वृक्षारोपण पर निबंध ( 500 words )
प्रकृति ईश्वर का दिया गया सबसे बड़ा उपहार है और यह बहुत ही अच्छे तरीके से हमारा पालन पोषण करती है। प्रकृति में मौजुद पेड़ पौधे हमारे लिए सबसे ज्यादा उपयोगी है। पेड़ पौधे हमारे सच्चे मित्र होते है। यह हमें धूप में छाँव, खाने के लिए फल और भोजन प्रदान करते हैं। पेड़ ही है जो हमें श्वास लेने के लिए शुद्ध ऑक्सीजन प्रदान करते है और वातावरण से कार्बन डाई ऑक्साईड को ग्रहण करते हैं। भारत में जो प्राकृतिक सौंदर्य है वह कही ओर देखने को नहीं मिलता है। प्राचीन समय में भारत में सबसे ज्यादा वृक्ष पाए जाते थे जो कि भारत की सबसे बड़ी संपत्ति थे। मनुष्य ने अपने स्वार्थ के लिए वनों को काटना शुरू कर दिया है।
ज्यादा जनसंख्या होने के कारण लोग आवास स्थान बनाने के लिए जंगलो को काटते जा रहे हैं। उद्योगों के कारण भी वृक्षों की संख्या में कमी आई है। वृक्षों की कटाई की वजह से वायु प्रदुषण बढ़ गया है। जल वायु में भी परिवर्तन हुआ है। वर्षा भी अनियमित रूप से होती है। भूमिरक्षण के भी अवसर बढ़ गए है। वृक्षों की कटाई के कारण जो भूमि पहले सुंदर दिखा करती थी वह अब बेजान और बंजर सी दिखने लगी है। इन सभी सम्सयाओं से निजात पाने का एक मात्र तरीका है वृक्षारोपण।वृक्षारोपण का अर्थ है ज्यादा से ज्यादा वृक्षों को लगाना।
1950 में जब सरकार ने जलवायु परिवर्तन की जाँच करने के लिए एक समीति बुलाई तो उनके अनुसार जलवायु के परिवर्तित होने का कारण प्रदुषण है और जिसे सिर्फ ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाकर रोका जा सकता है। उसके बाद ही 1950 में सरकार ने वृक्षारोपण की शुरूआत की जिसके अंदर वनों की कटाई को मना किया गया और लोगो को ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने के लिए कहा गया। लेकिन उस समय लोगों ने इतना ध्यान नहीं दिया और कम ही पेड़ लगाए गए। इस तरह वृक्षारोपण सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गया। उसके बाद 1952 में संजय गाँधी ने अपने पाँच कार्यों में पेड़ लगाने को भी सम्मलित किया जिसके अंदर केंद्र सरकार ने पेड़ो की कटाई पर रोक लगाई, निजी वनों को नियंत्रित किया और साथ ही ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए।
उसके बाद लोगों ने तेजी से पेडो के महत्व को समझा और पेड़ कटने से बचाए। 1976 में सुंदरलाल बहुगुणा के नेतृत्व में लोगों ने चिपको आंदोलन किया ताकि बाँध बनाने के लिए पेड़ो को न काटा जाए। इस आंदोलन में लोग पेड़ो से जाकर चिपक गए ताकि पेड़ो को कटने से रोका जा सके। हमें भी अपने पर्यायवरण रो सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए। पेड़ लगाने का अर्थ यह नहीं है कि लगाया और छोड़ दिया अपितु उन्हें नियमित रूप से पानी भी दिया जाना चाहिए। पेड़ सबसे बड़ा प्राकृतिक साधन है। यह हमें ईंधन, तेल और उद्योंगों के लिए कच्चा माल भी उपल्बध कराते हैं। वृक्षों की पूजा भी की जाती है और यह औष्धि में भी प्रयोग होते हैं। बहुमुल्य और बहुपयोगी वृर्षों को कटने से बचाना और ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाना हम सब का कर्तव्य है।
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Essay on Tree Plantation in Hindi – वृक्षारोपण पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
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