Here you will get short Speech on Child Labour in Hindi Language for students of all Classes in 500 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में बाल मजदूरी पर भाषण मिलेगा।
Speech on Child Labour in Hindi – बाल मजदूरी पर भाषण
Speech on Child Labour in Hindi – बाल मजदूरी पर भाषण ( 500 words )
भूमिका- बच्चे हर जगह की रौनक होते है और बचपन जिंदगी का सबसे अच्छा हिस्सा। बचपन में किसी चीज की कोई फिकर नही होती और व्यक्ति के बढ़ने का और सीखने का यह पहला पढ़ाव होता है। अगर किसी से बचपन ही छीन लिया जाए तो उस बच्चे को क्या होगा। जब पैंसिल की जगह हाथ में किसी का झूठा गिलास हो तो क्या उस बच्चे का विकास होगा? बाल मजदुरी आज के समय की सबसे भयानक समस्या बन चुकी है। छोटे छोटे बच्चे दुकानों, उघोगों सडको पर काम कर रहे होते है। बाल मजदुरी ने लाखों मासुम बच्चों से उनका बचपन छीन लिया है। पढ़ाई लिखाई की उमर में उनसे काम करवा रही है। स्कूल के बैग की बजाए उन्हें कूड़ा उठाने के झोले दे दिए है। बाल मजदूरी की वजह से बच्चों का संपूर्ण विकास नहीं हो पाता। वह बहुत सी तीजे सीखने से वंचित रह जाते है।
बाल मजदुरी का कारण-
इसका सबसे बड़ा कारण गरीबी है। भारक की आधे से ज्यादा जनसंख्या गरीब है। कुछ लोग तो इतने गरीब है कि उन्हें तीन वक्त की रोटी भी बड़ी मुश्किल से मिल पाती है। गरीबी के चलते लोगों को मजबुर होकर बच्चो को काम पर लगाना पड़ता है। 5 साल से 12 साल तक की उमर के काम करने वाले बच्चों को बाल मजदुर कहा जाता है।
बाल मजदुरी के प्रभाव-
बाल मजदुरी के कारण बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास नही हो पाता। अगर बच्चे विकसित नही होंगे तो आने वाले समय में देश की युवा शक्ति भी नही होगी। बाल मजदुरी के होने वाले प्रभाव निम्नलिखित है-
1. उघोगों में दुषित वातावरण होने से बच्चे बहुत सी बिमारियों का शिकार हो जाते है।
2. बच्चों को शारीरिक और मानसिक यातनाओं को सहन करना पड़ता है।
3. बच्चे नही पढेंगे तो देश में पढ़े लिखे लोगों में कमी होगी और देश पतन की ओर जाएगा।
4. बच्चों का कौशल छिपा रह जाता है।
5. बच्चे गलत राह पर चल पड़ते है। वो चोरी जैसी काम भी करने लग जाते है।
बाल मजदुरी को रोकने के उपाय-
बाल मजदुरी को रोकना बहुत ही आवश्यक है। यह सिर्फ देश के ही नही बल्कि हम सब के विकास में बाधा है। सरकार ने बाल मजदुरी को रोकने के लिए 1986 में एक कानून बनाया था जिसके तहत 14 साल की उमर से कम के बच्चे से काम करवाने पर मालिक को सजा होगी। सरकार ने बच्चों को शिक्षा की तरफ प्रेरित करने के लिए सरकारी स्कूल भी खोले है। देश की गरीबी दूर करने के लिए सरकार रोज नई नई योजनाएँ बना रही है। अगर गरीबी दूर होगी तभी तो बाल मजदुरी भी खत्म होगी।
निष्कर्ष- बाल मजदुरी की समस्या अगर ऐसी ही चलती रहेगी तो बच्चे अपने बचपन से वंचित रह जाऐगे। उनका विकास सही से नही हो पाएगा। देश में अपराध बढ़ेंगे। कौशल युवा भी नही होंगे। देश की आर्थिक स्थिति में सुधार करना होगा और बाल मजदुरी को हमें व्यक्तिगत स्तर पर भी रोकना होगा।
हम आशा करते हैं कि आप इस भाषण ( Speech on Child Labour in Hindi – बाल मजदूरी पर भाषण ) को पसंद करेंगे।
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