Here you will get Long and Short Speech on Diwali in Hindi Language for students and Teachers of all Classes in 200 and 500 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में दिवाली पर भाषण मिलेगा।
Speech on Diwali in Hindi Language – दिवाली पर भाषण
Short Speech on Diwali in Hindi Language – दिवाली पर भाषण ( 200 words )
दिपावली दो शब्दों से मिलकर बना है दीप और आवली जिसका अर्थ है दीपों की कतार। दिवाली हिंदुओं का त्योहार है जिसे सिक्ख, बौद्ध और जैन धर्म के लोग भी मनाते है। यह इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन प्रभू श्री राम चौदह साल का बनवास काटकर अयोद्धा वापिस लौटे थे और उनके आने की खुशी में लोगों ने घी के दीपक जलाए थे। दिवाली कार्तिक माह की अमावस्या को मनाई जाती है। इस समय ही गर्मी खत्म होती है और सर्दी का आगमन होता है। दिवाली बुराई पर अच्छाई का, निराशा पर आशा का और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है।
इस दिन सभी लोग लड़ियो ले घरों को सजाते है। घर के बाहर और छतों पर दीपक लगे होते है जिससे कि अमावस्या का अंधकार खत्म हो जाता है। लोग एक दुसरें को मिठाईयाँ खिलाते हैं। इसदिन जमकर खरीद दारी की जाती है। सभी लोग मिलकर बम पटाखे चलाते है। ज्यादा पटाखे चलाने से प्रदुषण होता है जिससे कि साँस लेने में तकलीफ होती है। हमें कम से कम पटाखे चलाने चाहिए और बच्चों को बड़ो की निगरानी में ही पटाखे चलाने चाहिए । कुछ लोग इस दिन जुआ भी खेलते है जो कि बहुत ही शर्मनाक है। यह त्योहार खुशियों का है। हमें उत्साह और उमंग के साथ इसे मनाना चाहिए।
Speech on Diwali in Hindi Language – दिवाली पर भाषण ( 500 words )
भारत पर्वों का देश है जहाँ पर सभी त्योहार बड़े ही उत्साह और उमंग से मनाए जाते है। दिपावली का अर्थ है दीपों की श्रींखला। दिपावली हिंदुओ का त्योहार है जो कि हर साल कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है। दिवाली को जैन और बौद्ध धर्म के लोग भी मनाते हैं। इस समय गर्मी का मौसम खत्म होता है और सर्दीयों का आगमन होता है। यह त्योहार श्री राम के चौदह साल के बनवास काटकर वापिस अयोद्धा आने की खुशी में मनाया जाता है। इस दिन लोग घरों में घी के दीपक जलाकर श्री राम का स्वागत करते है। यह दशहरे के 20 दिन बाद आती है। यह भारत के हर शहर हर गाँव में बड़ी धुमधाम से मनाया जाता है।
दीपावली का त्योहार 5 दिन तक चलता है जिसकी शुरूआत दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस से होती है और लोग उस दिन सोने की खरीददारी करते है। दिपावली के तंयोहार का आखिरी दिन भैया दुज होता है। दीवाली की रात को गणेश लक्ष्मी की पूजा भी की जाती है ताकि घर में धन वर्षा हो। भारत के औड़ीसा और पश्चिम बंगाल में लक्ष्मी की जगह काली माता की पूजा की जाती है। लोग घरों के बाहर और छतों पर दीपक जलाते है जिससे कि चारों तरफ प्रकाश हो जाता है और अमावस्या का अंधकार खत्म हो जाता है। रात को आरती की गुँज से पुरा वातावरण मंगलमय हो जाता है। दिवाली के दिन ही सन् 1577 में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर का शिल्यनयास हुआ था।
घरों में इस दिन अच्छे अच्छे पकवान और फर्श पर सुंदर रंगोली बनाई जाती है। बच्चे दिवाली आने से पहले ही बम पटाखे आदि बजाना शुरू कर देते हैं। उस दिन हर तरफ खुशी की लहर दिखाई देती है। लोग एक दुसरे को मिठाईयाँ देते है। यह गिला शिकवा भुलाकर फिर से एक होने का दिन है। दिपावली के त्योहार को बुराई पर अच्छाई की, असत्य पर सत्य की, निराशा पर आशा का प्रतीक माना जाता है। भारत में लगभग 80 करोड़ लोग हर साल दिवाली मनाते हैं। इस दिन आतिशबाजियाँ भी होती है पूरे आसमान में रंग बिरंगी लाईटें नजर आती है। लोग घरों को अलग अलग रंग की लाईट की लड़ियों से सजाते है। दिवाली को रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है।
दिवाली पर भारत में राष्ट्रीय छुट्टी होती है। दिवाली पर लोग जमकर खरीदारी करते हैं। इस समय बहुत सी कंपनियों का काम दोगुना हो जाता है। कई बार बच्चों की लापरवाही से कुछ हादसे भी हो जाते हैं। वह बम पटाखे जलाते समय लापरवाही दिखाते हैं जिससे कि उन्हें चोट लग जाती है उनके हाथ वगैरा जल जाते है। इसलिए पटाखे हमेशा बड़ों की ही निगरानी में चलाने चाहिए। पटाखों से हवा और ध्वनि प्रदुषण भी बढ़ता है जिससे कि साँस लेने में तकलीफ होती है और बहरेपन जैसी समस्या भी बढ़ती है। सरकार ने प्रदुषण को नियंत्रित करने के लिए पटाखों का प्रयोग कम किया है। लोग सिर्फ 10 बजे तक ही पटाखे चला सकते है। इस पवित्र दिन पर कुछ लोग जुआ भी खेलते है जो कि बहुत ही शर्मनाक है। हमें यह त्योहार बड़े ही अच्छे तरीके से और सावधानी से मनाना चाहिए।
हम आशा करते हैं कि आप इस भाषण ( Speech on Diwali in Hindi Language – दिवाली पर भाषण ) को पसंद करेंगे।
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