यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में दादा दादी पर निबंध मिलेगा। Here you will get Paragraph and Short Essay on GrandParents in Hindi Language for students of all Classes in 150 and 300 words.
Essay on GrandParents in Hindi – दादा दादी पर निबंध
Essay on GrandParents in Hindi – दादा दादी पर निबंध ( 150 words )
दादा दादी घर के सब से आदरणीय सदस्य होते हैं और इन्हीं की देख रेख में घर को सुचारू रूप से चलाया जा सकता है। इन्हें दुनिया का अनुभव होता है जिस कारण सभी इनसे सलाह लेते हैं। दादा दादी का अपने पोता पोती से एक अनोखा रिश्ता होता है। यह उन्हें उनके माता पिता से भी ज्यादा प्यार करते हैं। यह उनके साथ दोस्तों की तरह रहते हैं और अपने बचपन को याद करते हैं। बच्चे इनसे किस्से कहानियाँ सुनते हैं।
दादा दादी बच्चों का पालन पोषण अच्छे से करते हैं और उनमें संस्कार भी डालते हैं। माता पिता के वयस्त होने पर दादा दादी ही होते हैं जो उन्हें अपना पूरा समय देते हैं और उनकी देखबाल करते हैं। दादा दादी के बिना बच्चों की मस्ती अधुरी होती हैं। हर बच्चे को अपने दादा दादी के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहिए और उनके छोटे मोटे काम में उनकी सहायता भी करनी चाहिए।
Essay on GrandParents in Hindi – दादा दादी पर निबंध ( 300 words )
दादा दादी घर में सबसे बड़े होते है और सभी इनका आदर करते हैं। घर के सभी लोग इनसे सलाह लेते है क्योंकि इन्हें दुनियादारी की अच्छीसमझ होती है। दादा दादी सबसे ज्यादा प्यार अपने पोता पोती से करते हैं। वह उनके साथ सबसे ज्यादा समय व्यतीत करते हैं और उनके साथ दोस्तों की तरह रहते हैं। वह उनकी मस्ती और पढ़ाई में उनका साथ देते हैं। दादा दादी ही हमें हमारी संस्कृति और इतिहास के विषय में बताते है और बच्चों में अच्छे संस्कार डालते हैं।
दादा दादी बच्चों को उनके माता पिता से भी ज्यादा प्यार करते हैं और उनका पालन पोषण अच्छे से करते हैं। वह उन्हें किस्से कहानियाँ सुनाते हैं और अपना अनुभव भी बताते हैं। दादा दादी बच्चों की हर संभव सहायता करते है और गलती होने पर भी डाँटने की बजाय प्यार से समझाते हैं। दादा दादी का जो पोता पोती से रिश्ता होता है उस जैसा रिश्ता कोई दुसरा हो ही नहीं सकता है। दादा दादी ईश्वर का दिया हुआ आशीर्वाद होते है जो कि घर को संभालने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। जिस घर में बड़े बुजुर्ग न हो उस घर के बच्चे गलती ज्यादा करते हैं क्योंकि उन्हें सही राह दिखाने वाला कोई भी नहीं होता है।
आज के आधुनिक युग में लोग ज्यादातर छोटे परिवारों में रहते है जिस वजह से बहुत से बच्चे अपने दादा दादी के लाड प्यार से वंचित रह जाते हैं। माता पिता को चाहिए कि वह बच्चों को उनके दादा दादी से मिलवाने हर सप्ताह लेकर जाए और यदि यह मुमकिन नहीं हो पाता है तो उन्हें कम से कम फोन के माध्यम से जोड़े ऱखे। माता पिता के व्यस्त होने पर केवल दादा दादी ही होते है जो बच्चों का पूर्ण रूप से ध्यान रखते हैं और उनके लिए काम भी करते हैं। हर बच्चे को अपने दादा दादी के साथ ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत करना चाहिए जिससे उनके रिश्ते में ओर भी मजबूती आती है।
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Essay on GrandParents in Hindi – दादा दादी पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
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