Here you will get Paragraph and Short Essay on National Flag of India in Hindi Language for students of all Classes in 300 and 500 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध मिलेगा।
Essay on National Flag of India in Hindi – भारत के राष्ट्रीय ध्वज़ पर निबंध
Short Essay on National Flag of India in Hindi – भारत के राष्ट्रीय ध्वज़ पर निबंध ( 300 words )
भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है जो कि 22 जुलाई 1947 को भारतीय संविधान सभा की बैठक में राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया था। इस ध्वज की अभिकल्पना पिंगली वैंकेया ने की थी। इस दिन ही राष्ट्रीय ध्वज से चरखे का स्थान अशोका चक्र ने लिया था।
तिरंगे का रंग रूप-
हमारा तिरंगा तीन रंगों की पट्टियों से मिलकर बना हुआ है। इसकी पट्टियों की लंबाई व चौड़ाई का अनुपात 3:2 है। तिरंगे में सबसे उपर केसरीया रंग की पट्टी है। बीच में सफेद रंग की पट्टी है जिसमें नीले रंग से अशोका चक्र बना हुआ है और उस चक्र में 24 तीलियाँ है। नीचे तीसरी पट्टी हरे रंग की है।
संकेत-
तिरंगे में केसरी रंग बहादुरी और गोरव का प्रतीक है। सफेद रंग शांति और प्रेम का प्रतीक है। अशोक चक्र की 24 तीलियाँ समय को दर्शाती है और हरा रंग हरियाली का प्रतीक है। राष्ट्रीय ध्वज सुख समृद्धि और संपन्नता का प्रतीक होता है।
तिरंगे से जुड़ी महत्वपूर्ण बाते-
1. तिरंगे को फहराने के नियम है जिसके विरूद्ध तिरंगे को नहीं फहराया जा सकता है।
2. तिरंगे को सूर्योद्धय के बाद फहराया जा सकता है लेकिन सूर्यास्त से पहले उतारा जाता है।
3. तिरंगे को अपनाने से पहले हमारे राष्ट्रीय ध्वज में 6 बार बदलाव हुए थे।
4. तिरंगे को किसी भी कीमत पर जमीन को छुने नहीं देना चाहिए।
5. कभी भी कोई भी अन्य झंडा राष्ट्रीय ध्वज के बराबर या उससे ऊँचा नहीं फहराया जा सकता है।
6. तिरंगे को केवल सूती, सिल्क या खादी के कपड़े पर ही बनाया जा सकता है।
7. तिरंगा केवल राष्ट्रीय शोक के समय पर आधा झुका रहता है।
8. किसी भी कीमत पर क्षतिग्रस्त तिरंगे को फहराया नहीं जा सकता है।
9. 26 जनवरी, 2002 को भारतीय नागरिको को किसी भी समारोह पर तिरंगा फहराने का अधिकार मिला था।
10. क्षतिग्रस्त तिरंगे को गोपनीय तरीके से जला दिया जाता है या फिर नदी में प्रवाह कर दिया जाता है।
Essay on National Flag of India in Hindi Language – भारत के राष्ट्रीय ध्वज़ पर निबंध ( 500 words )
देवता की मूर्ति पत्थर या मिट्टी की बनी होती है, लेकिन उसकी पूजा साक्षात् देवता की तरह की जाती है। यदि कोई व्यक्ति इस मूर्ति का अपमान करता है, तो लोग मरने-मारने के लिए तैयार हो जाते हैं । यही स्थिति हर देश के झण्डे की है। यह झण्डा चाहे वस्त्र का वना हुआ है, परन्तु देश के सम्मान का प्रतीक है। झण्डा लहराता रहने का अभिप्राय यह है कि देश का सम्मान सदैव बना रहे । अतः झण्डे को ऊंचा लहराते रखने का अभिप्राय है देश का सम्मान संसार में बनाए रखना । कोई देश-भक्त यह सहन नहीं कर सकता कि उसके देश का सम्मान मिट्टी में मिले । किसी देश के झण्डे को उतारने या फाड़ने का अभिप्राय यह है कि हम उस देश से घृणा करते हैं और उसे अपना शत्रु समझते हैं।
प्रत्येक देश का अपना-अपना अलग झण्डा होता है। इस झण्डे की रूपरेखा उस देश की विशेषता को प्रकट करती है। हमारे देश का तिरंगा झण्डा भी इस देश की विशेषताओं को लिए हुए है। यह झण्डा खद्दर का बना हुआ है । खद्दर भारतवासियों की सादगी को प्रकट करता है। भारतीय सादा जीवन और उच्च विचारों में विश्वास करते हैं। हमारे झण्डे का नाम तिरंगा है। इसे तिरंगा इसलिए कहा गया है कि इसमें बराबर चौड़ाई की तीन रंग की पट्टियां हैं। सबसे ऊपर केसरिये रंग की पट्टी है। केसरी रंग भारत के साहस, उत्साह और बलिदान का चिह्न है। इसके नीचे अर्थात् बीच में सफेद पट्टी है। यह पट्टी शक्तिप्रियता, सच्चाई और ईमानदारी का प्रतीक है। सबसे नीचे हरे रंग की पट्टी है। यह पट्टी भारत के कृषि-प्रधान होने का, भारत की हरियाली का, भारत की सुख-समृद्धि का चिह्न है।
हमारे राष्ट्रीय झण्डे में एक और महत्त्व की बात अशोक चक्र है। यह अशोक चक्र सारनाथ के पास अशोक के विजय स्तम्भ से लिया गया है। इस चक्र में 24 आरे हैं। ये आरे 24 घण्टों के प्रतीक हैं। भाव यह कि हमें देश का उन्नति के लिए 24 घण्टे प्रयत्नशील रहना चाहिए। अशोक का धर्म चक्र हिंसा पर अहिंसा की विजय का प्रतीक है। यह चक्र इस बात को स्पट करता है कि जिस प्रकार अशोक ने युद्ध-विजय का त्याग करके धर्म-विजय आरम्भ कर दी थी, ठीक उसी प्रकार हर मानव को हिंसा का त्याग करके प्रेम, परोपकार, सदाचार, दया आदि उत्तम गुणों को अपना कर अपने आप को महान् बनाना चाहिए।
वास्तव में यह तिरंगा झण्डा कांग्रेस पार्टी का झण्डा है। इसमें अशोक चक्र के स्थान पर महात्मा गांधी का प्रिय चर्खा था। यह चर्खा कांग्रेस पार्टी के झण्डे में अब भी है। इसके स्थान पर अशोक चक्र करके इसे राष्ट्रीय झरडा बना दिया गया है। राष्ट्रीय तिरंगा झण्डा हमारे देश के सम्मान का चिह्न है । अतः हमें इसका उसी प्रकार सम्मान करना चाहिए जिस प्रकार हम किसी देवता की मूत का सम्मान करते हैं।
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Essay on National Flag of India in Hindi – भारत के राष्ट्रीय ध्वज़ पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
Relates Articles :
Essay on Our National Flag in Hindi – हमारा राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध
Essay on Ragging in Hindi – रैगिंग पर निबंध
Essay on Soldier in Hindi – सैनिक पर निबंध
Essay on Indian Army in Hindi – भारतीय सेना पर निबंध
History of India in Hindi – भारत का इतिहास
Essay on Tourism in India in Hindi – भारत में पर्यटन व्यवसाय पर निबंध
If I Were The Prime Minister of India in Hindi – यदि मैं प्रधानमंत्री होता पर निबंध