यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में महंगाई पर निबंध मिलेगा। Mehangai Par Nibandh, Here you will get Paragraph and Short Essay on Inflation in Hindi Language/ Essay on Mehangai in Hindi Language for students of all Classes in 100, 300, 600 words.
Essay on Inflation in Hindi Language – महंगाई पर निबंध
Short Essay on Inflation in Hindi Language – महंगाई पर निबंध ( 100 words )
महंगाई आज के समय की सबसे बड़ी समस्या है जिसका प्रभाव सबसे ज्यादा मध्य वर्ग और गरीब लोगों पर पड़ता है। महंगाई दिन प्रतिदिन बड़ी तेजी से बड़ती जा रही है। वस्तुओं के दाम पहले के मुकाबले बहुत ज्यादा हो चुके हैं कि गरीब लोग दो वक्त की रोटी भी नहीं कमा पाते हैं। महंगाई की वजह से भूखमरी बढ़ रही है और लोग मरते जा रहे हैं। अक्सर महंगाई के खिलाफ हड़ताल होती रहती है ताकि सरकार का ध्यान महंगाई की तरफ आकर्षित किया जा सके। सरकार को भी गरीब लोगों की सहायता करनी चाहिए।
Mehangai Par Nibandh – महंगाई पर निबंध ( 300 words )
बढ़ती कीमतों की समस्या एक बड़ी समस्या आजकल लोगों को परेशान कर रही है जो बढ़ती कीमतों की समस्या है| वास्तव में पिछले कुछ दशकों में, कीमतों में लगभग बीस गुना वृद्धि हुई है। इस घटना के कारण बहुत सारे हैं हम इस निबंध में उनमें से कुछ पर चर्चा करेंगे। हर साल हमारे किसान हमारे देश को एक भरपूर फसल देता है हालांकि, यह फसल आम आदमी तक कभी नहीं पहुंचता है यह केवल इसलिए है क्योंकि यह उत्पादन बेईमान व्यापारियों और व्यापारियों द्वारा जमा हो गया है।
वे बाजार में कृत्रिम कमी पैदा करते हैं और अपने उत्पादों को उच्च मूल्य पर बेचते हैं। इसी तरह उद्योग के लिए कच्चे माल का मामला है। आज हमारा देश तेजी से विस्तार करने वाली आबादी देख रहा है। इसका मतलब यह है कि हर दूसरा भोजन करने के लिए अधिक मुंह है। इस प्रकार हमारे देश के खाद्य संसाधनों पर एक दबाव डाल दिया जाता है। इसलिए जब भोजन की आपूर्ति कम होती है और मांग अधिक होती है, तो कीमतें बढ़ने के लिए बाध्य होती हैं। सरकार की दोषपूर्ण नीतियों के कारण, मांग और आपूर्ति के बीच समायोजन, धन संचलन, सरकारी व्यय और कराधान की स्थिति संतुलित नहीं होती है। इससे देश की अर्थव्यवस्था का घाटा वित्तपोषण होता है परिणामस्वरूप, आवश्यक वस्तुओं के थोक मूल्य सूचकांक बढ़ जाता है।
और आखिरकार सरकार के सभी स्तरों पर मौजूदा भ्रष्टाचार के कारण, कीमतों में गिरावट लाने के लिए सरकार द्वारा किए गए किसी भी उपचारात्मक कार्रवाई में देरी हो रही है या आम आदमी तक पहुंचने में बहुत समय लगता है। परिणाम के साथ, लाभकारी प्रभाव खो दिया है। इसलिए, बढ़ती कीमतों की जांच करने का एकमात्र तरीका बाजार में स्टॉक की स्थिति का सख्ती से निरीक्षण करना है और माल को जमा करने वालों को सज़ा देना है। दूसरी ओर सरकार को अपराधियों को सज़ा देनी चाहिए और अपनी नीतियों को संशोधित करना चाहिए ताकि कर की स्थिति और धन की आपूर्ति में वृद्धि हो।
Mehangai Par Nibandh- Long Essay on Inflation in Hindi Language – महंगाई पर निबंध ( 600 words )
महंगाई आज के समय की सबसे बड़ी समस्या है जो कि दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। पुराने समय में जो वस्तुएँ सस्ते दामों में मिल जाती थी, आज उन्हीं वस्तुओं के दाम 150-200 गुणा ज्यादा हो चुके है जिससे देश की आम जनता परेशान है और देश की अर्थव्यवस्था पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहे हैं।
महंगाई का कारण –
किसी भी जगह पर महंगाई तब बढ़ती है जब वहाँ पर किसी वस्तु की मांग अधिक हो और वस्तु कम हो। आजादी के बाद से ही भारत की जनसंख्या में तीव्र वृद्धि हुई है जिससे कि लोगों की जरूरतें बड़ी। अधिक जनसंख्या होने के कारण वस्तुओं की मांग में तो वृद्धि हुई लेकिन उनकी आपूर्ति न हो पाने के कारण दाम बढ़ते चले गए और आज महंगाई अपनी चरम सीमा पर है। बहुत सी चीजों जैसे पैट्रोल का आयात विदेशों से करने की वजह से उनके दाम बहुत ज्यादा है और महंगाई का एक मुख्य कारण है।
कालाबाजारी-
कालाबाजारी भी महंगाई बढ़ने का एक प्रमुख कारण है। इसमें कुछ अमीर व्यक्ति धन के बल पर बड़ी मात्रा में वस्तुओं को खरीद कर रख लेते हैं जिससे बाजार में उनकी आपूर्ति कम हो जाती है और उसी वस्तु की मांग बढ़ने पर वह उसे महंगे दामों पर बेचते हैं।
परिणाम-
महंगाई के हमारी अर्थव्यवस्था पर दुष्प्रभाव पड़ते हैं जिसका दुष्परिणाम सबसे ज्यादा गरीब और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों को भुगतना पड़ता है। वह महंगाई की मार के बोझ के नीचे दब जाते हैं। महंगाई अधिक होने के कारण वह अपने लिए जरूरत का सामान खरीदने में भी असमर्थ है। उसे या तो दिन भर की दो वक्त की रोटी के साथ समझौता करना पड़ता है या फिर अपने बच्चों को शिक्षा से वंचित रखना पड़ता है। महंगाई की वजह से गरीब ओर अधिक गरीब होता जा रहा है और अमीर कालाबाजारी के माध्यम से ओर अधिक अमीर होता जा रहा है। महंगाई की वजह से देश की अर्थव्यवस्था भी डगमगा रही है जिससे देश की प्रगति में बहुत सी बाधाएं आ रहीं हैं।
उपाय –
महंगाई को रोकने के लिए सरकार के द्वारा उचित उपाय किए जाने चाहिए। बाजार से कालाबाजारी को खत्म किया जाना चाहिए और कालाबाजारी करने वाले लोगों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। विदेशों से आने वाली वस्तुएँ बहुत महंगी होती है इसलिए कोशिश की जानी चाहिए कि विदेशों से कम से कम सामान मंगवाया जाए और ज्यादातर सामानों का उत्पादन भारत में ही किया जाए। लोग नीजी स्तर पर भी महंगाई को कम करने का प्रयास कर सकते हैं। उन्हें संसाधनों का सुचारू रुप से प्रयोग करना चाहिए जिससेे कि वह विदेशों से ना मंगवाने पड़े और उनके दाम महंगे ना हो।
योजनाएँ –
सरकार ने महंगाई को कम करने के लिए समय समय पर बहुत सी योजनाएँ बनाई है। सरकार की मेक इन इंडिया योजना ने बहुत सी वस्तुओं के निर्माण को भारत में ही बढ़ावा दिया है जिससे कि चीजों के दाम कम हो सके और महंगाई दर भी कम हो जाए। महंगाई खत्म होने के साथ साथ इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा और देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। सरकार को भी महंगाई दर को कम करने के निरंतर प्रयास करना चाहिए।
निष्कर्ष-
भारतीय सरकार को चाहिए कि वह सुख सुविधा के साधनों को सस्ता करने से पहले सभी जरुरी साधनों के दाम कम करे ताकि प्रत्येक व्यक्ति आसानी से अपनी भौतिक आवश्यकताओं को पूरा कर सके और आसानी से अपना जीवन यापन कर सके। महंगाई हमारे देश के लिए अभिशाप है जिसे हम सबको मिल जुलकर खत्म करना है और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर प्रगति की राह पर अग्रसर करना है।
हम उम्मीद करेंगे कि आपको यह निबंध ( Mehangai Par Nibandh- Essay on Inflation in Hindi Language – महंगाई पर निबंध ) पसंद आएगा।
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