Get information about Lion in Hindi Language. Here you will get Paragraphs, Short Essay on Lion in Hindi Language for students of all Classes in 200, 300 and 400 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में शेर पर निबंध मिलेगा।
Essay on Lion in Hindi – शेर पर निबंध
Short Essay on Lion in Hindi Language – शेर पर निबंध ( 200 words )
भारत में पशुओं की बहुत सी प्रजाति पाई जाती है। जंगलों में बहुत से जानवर रहते है। शेर को जंगल का राजा कहा जाता है। यह बहुत ही ताकतवर होता है। सभी जानवर इससे डरते है। इसे शक्ति और अधिकार का प्रतीक माना जाता है। यह एशिया और अफरीका में पाया जाता है। यह वन और रेतीले स्थान दोनों में रह सकता है। यह चिड़ियाघर और सर्कस में भी पाया जाता है। शेर बिल्ली की प्रजाति का होता है और यह भूरे रंग का होता है। नर शेर का वजन 180 किलो होता है जबकि मादा शेर का वजन 120 किलो होता है। अगर इनके पास पर्याप्त भोजन हो तो ये शिकार भी नहीं करते और सारा दिन आराम करते है। इनकी देखने की शक्ति रात को ज्यादा होती है।
इनकी दहाड़ से पूरा जंगल काँप जाता है। शेर ज्यादातर बड़े जानवरों का शिकार करते हैं जैसे कि भैंसा,जिराफ़ और हिरण आदि। ज्यादातर शिकार शेरनी करती है। शेर की खाल की उपयोगिता की वजह से शेर की प्रजाति धीरे धीरे लुप्त होती जा रही है। जंगलों की कटाई की वजह से भी शेरों को जीवित रहने के लिए अनुकुल वातावरण नहीं मिलता। सरकार ने गिर सैन्चुरी बनाई है ताकि शेरों को बचाया जा सके और उनकी घटती हुई संख्या को रोका जा सके।
Short Essay on Lion in Hindi Language – शेर पर निबंध ( 300 words )
भूमिका- भारत देश में बहुत से जंगल है जिनमें बहुत से जानवरों का वास है और वहाँ का राजा शेर है। शेर की दहाड़ से सब डर जाते है। शेर से जंगल के बाकि सभी जानवर भयभीत रहते है। शेर चिड़ियाघर और सर्कस में भी पाए जाते है। शेर मांसाहारी जीव है। इसे शक्ति और अधिकार का प्रतीक माना जाता है।
शेर ज्यादातर एशिया और अफरीका में पाया जाता है। यह भूरे रंग सा होता है। नर शेर का वजन 180 किलो होता है जबकि मादा का 120 किलो होता है। शेर की देखने की शक्ति रात को ज्यादा होती है। इनकी औसतन आयु 20 साल होती है। शेरनी के बच्चें उसका ही दुध पीते है। शेर कम शिकार करते है जबकि शेरनी ज्यादा शिकार करती है। शेर सिर्फ भोजन की तलाश में निकलते है अगर उनके पास पर्याप्त भोजन हो तो वो सारा दिन आराम करते है। शेर की दहाड़ 6-7 किलोमीटर तक सुनाई देती है। शेर बड़े बड़े जानवरों का ही शिकार करता है जैसे कि भैंसा,जिराफ़, हिरण आदि। अकेले में शेर हाथी,चिता से टक्कर लेने से डरता है। शतुरमुर्ग की एक टाँग शेर को जान से मार सकती है। मादा शेर दो साल की उमर में ही व्सस्क हो जाती है। दुनिया में शेर से ज्यादा शेर की मूर्तियाँ है।
निष्कर्ष- जंगलो की कटाई और शेर की खाल की उपयोगिता के कारण शेर धीरे धीरे कम होते जा रहे है। इनकी खाल दीवारों पर दिखावट के लिए और दवाईयों आदि के लिए प्रयोग की जाती है। इन्हें बचाने के लिए गिर सैन्चुरी बनाई गई है। शेर शक्ति का प्रतीक के कारण हमारे अशोका स्तम्भ पर भी है जो कि देश की शक्ति को दर्शाता है। हम सभी को शेरों को बचाना चाहिए और उनके रहने के स्थान जंगल को नहीं काटना चाहिए।
Essay on Lion in Hindi Language – शेर पर निबंध ( 400 words )
भूमिका- शेर को जंगल का राजा भी कहा जाता है क्योंकि जंगल के बाकि सभी जीव इससे डरते है। इसकी दहाड़ बहुत तेज होती है जिसे सुनकर सब डर जाते हैं। यह मांसाहारी जीव है। शेर बिल्ली की प्रजाति का सबसे बड़ा और सबसे ताकतवर जीव है। यह ज्यादातर एशिया और अफरीका में पाया जाता है। शेर को चिड़ियाघर और सर्कस आदि में भी देखा जाता है। शेर को शक्ति और अधिकार का प्रतीक माना जाता है।
शेर की विशेषताएँ- शेर ज्यादातर भूरे रंग के होते है। नर शेर का वजन लगभग 180 किलो होता है जो कि शेरनी से ज्यादा होता है। शेरनी का वजन 130 किलो होता है। शेर सिर्फ भोजन की तलाश में इधर उधर घुमते है। अगर उनके पास पर्याप्त भोजन हो तो वो पूरा दिन आराम ही करते है। ये ज्यादातर बड़े जानवरों जैसे कि जिराफ़ और हिरण आदि का शिकार करते है। नर शेर शिकार कम करते है जबकि शेरनी ज्यादा शिकार करती है। शेरों की ओसतन आयु 20 वर्ष होती है। शेर ज्यादातर झुंड में रहना पसंद करते है जिसे पराइड कहते है।
एक अकेला शेर, टाईगर, हाथी आदि से टक्कर लेने में डरता है। शेर की दहाड़ 6-7 किलो मीटर तक सुनाई देती है। शेरनी के बच्चें उसका ही दुध पीते है। मादा शेर 2साल की ऊमर में ही दो तिहाई व्यस्क हो जाती है। शेर जंगल और रेतीली जगह दोनों में ही रह सकते है। शेरों की देखने की शक्ति दिन की बजाय रात में अधिक होती है। वह अपने शिकार को दफना देते है और भूख लगने पर दोबारा निकाल कर खा लेते है। शतुरमुर्ग की टाँग शेर को जान से मार सकती है। दुनिया में शेर से ज्यादा उसकी मुर्तियाँ है।
शेर लुप्त होने के कारण- धीरे धीरे शेर की खाल की वजह से उनका शिकार बढ़ता जा रहा है जिसके कारण शेर गायब होते जा रहे है। उनकी खाल का प्रयोग लोगों द्वारा दीवार पर शोकीय तौर पर टांगने के लिए किया जाता है साथ ही बहुत सी दवाईयाँ बनाने में भी इसका प्रयोग होता है। भारत में शेरों की संख्या बस 200 रह गई है। शेरों को बचाने के लिए शिकार पर प्रतिबंध लगाया गया है और गिर सैन्चुरी भी खोली गई है।
निष्कर्ष- शेर को शक्ति का प्रतीक माना जाता है। हमारे अशोका स्तम्भ पर भी चार शेर बने हुए है जो देश की शक्ति को दर्शाता है। शेर से सभी डरते है यह सबसे ताकतवर होता है। अगर हम इन्हें नही बचाऐंगे तो ये लुप्त हो जाएगे। हम सबको मिलकर इन्हें बचाना होगा।
हम आशा करते हैं कि आप इस भाषण ( Essay on Lion in Hindi – शेर पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
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