Information about Nari Shakti in Hindi. Here you will get Paragraph and Short Essay on Nari Shakti in Hindi Language for students of all Classes in 200, 300, 500 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में नारी शक्ति पर निबंध मिलेगा।
Essay on Nari Shakti in Hindi Language – नारी शक्ति पर निबंध
नारी शक्ति पर निबंध – Short Essay on Nari Shakti in Hindi Language ( 200 words )
नारी पूरी दुनिया में सबसे जियादा शक्तिशाली होती है। वह अपनी शक्ति से दुनिया बदल सकती है। नारी की शक्ति उसके अंदर के गुण होते हैं। उसमें शांत सरल स्वभाव, धैर्य और सहनशीलता जैसी बहुत से गुण होते हैं पर जब लोग उनपर अत्याचार करते है और उन्हें कमजोर समझते हैं तो नारी की शक्ति एक विकराल रूप ले लेती है और सबका सर्वनाश कर देती हैं। नारी शक्ति सब पर भारी है क्योंकि जब नारी कुछ करने की सोच ले तो वह हर कीमत पर उसे करके रहती है।
प्राचीन काल में भी बहुत सी महिलाओं ने नारी शक्ति को दिखाया है, जिनमें से झाँसी की रानी ने अकेले ही अंग्रेजौं के छक्के छुड़ा दिए थे।
आज के समय में नारी शक्ति ज्यादा प्रबल है, क्योंकि उन्हें अपनी जिंदगी से जुड़े सभी अधिकार है और वह पढ़ लिख कर हर क्षेत्र में पुरूषों से आगे निकलकर अपनी शक्ति को दर्शा रही है। नारी ने अपने अधिकारों को समझा है और वह उन्हें पाने के लिए शक्ति का रूप भी धारण कर सकती है। नारी की शक्ति उसके विचारों और मन की शक्ति है जिसका सबको सम्मान करना चाहिए। हमें नारी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
Essay on Nari Shakti in Hindi Language – नारी शक्ति पर निबंध ( 300 words )
1. नारी समाज का एक अभिन्न अंग है जिसके बिना समाज अपंग है और नारी शक्ति का लोहा पूरी दुनिया मानती है।
2. नारी का ममता, प्यार, त्याग और धैर्य जैसे गुण उसकी सबसे बड़ी शक्ति है।
3. नारी यदि किसी काम को करने का फैसला कर ले तो वह उसे करकर ही रहती है, और यह नारी की दृढ़ संकल्प की शक्ति है।
4. नारी का विश्वास भी उसकी सबसे बड़ी शक्ति होती है।
5. आधुनिक युग की नारी हर तरह से परिपूर्ण है और हर क्षेत्र में अपनी शक्ति का परिचय दे रही है।
6. प्राचीन काल में कल्पना चावला, महारानी लक्ष्मीबाई जैसी बहुत सी नारी हुई है, जिन्होंने नारी शक्ति का परिचय दिया है।
7. नारी देवीय रूप है और नारी शक्ति सब पर भारी है और इसी से दुनिया सारी है।
8. नारी शक्ति की तुलना किसी से भी नहीं की जा सकती है और इसके क्रोध से कोई भी नहीं बच सकता है।
9. आज की नारी अंदर से कोमल और मधुर ही है लेकिन उसने अपनी अंदर की शक्ति को जागृत किया है।
10. हमें भी नारी शक्ति का आदर करना चाहिए और उसको प्रणाम करना चाहिए।
11. नारी शक्तिशाली है और जब उसपर अत्याचार बढ़ जाता है तो वह शक्ति का रुप ले लेती है, और नारी शक्ति के सामने सब पीछे हटते नजर आते हैं।
12. नारी शक्ति ने अब अपने अधिकारों को जाना है और स्वयं निर्णय लेना आरंभ किया है।
13. इतिहास गवाह है कि जब जब नारी का सब्र टूटा है, तब तब प्रलय आई है, और तब तब नारी ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। फिर चाहे वह देवी हो या फिर कोई स्त्री। नारी शक्ति अपने खिलाफ होने वाले अन्याय को रोकती है। हमें भी नारी का सहयोग करना चाहिए और उन्हें आगे बढ़ने में मदद करनी चाहिए।
Essay on Nari Shakti in Hindi Language – Nari Shakti Par Nibandh ( 500 words )
नारी शब्द अपने आप में ही सोच, मनोबल, ग्यान, बलिदान,ममता और सहयोग का प्रतीक है। किसी भू देश को विकसित तभी कहा जा सकता है जब वहाँ पर पुरूष और स्त्रियों में कोई भेदभाव नहीं किया जाए और दोनों एक साथ मिलकर कार्य करे। नारी को सम्मान का दर्जा दिया जाए। भारत में महिलाओं को पौरानिक समय सै ही बहुत मान सम्मान दिया जाता है। नारी ने शुरू से ही बहुत से त्याग किए है और जरूरत पड़ने पर अपनी शक्ति का प्रदर्शन भी दिया है। आज के युग में नारी हर क्षेत्र में पुरूषों से आगे है। वह हर क्षेत्र में अपनी शक्ति को प्रस्तुत कर रही है।
पुराने समय में नारी की पूजा की जाती थी। उस समय में भी महिलाओं को अपने जीवन से जुड़े फैसले लेने का पूरा हक था। वह अपनी मर्जी से शादी कर सकती थी। उन्हें शिक्षा का भी अधिकार था। लेकिन जैसे जैसे विदेशी शासक भारत में आते गए महिलाओं की दशा भारतीय समाज में बुरी होती गई। दुर्गा माँ को शक्ति का प्रतीक माना जाता है और कहा जाता है कि जरूरत पड़ने पर एक महिला दुर्गा का रुप भी धारण कर लेती है। इतिहास में नारी शक्ति का सबसे बड़ा उदाहरण झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई है जिन्होंने मरते दम तक अंग्रेजों से देश को आजाद कराने के लिए लड़ाई लड़ी। ज्यादातर रानियाँ राजाओं की सलाहकार होती थी जिन्होने उच्च निर्णय लेकर अपनी सुझ बुझ का परिचय दिया है।
आज के युग में भी नारी हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत का परिचय दिया है। शिक्षा से लेकर व्यापार तक, खेल कुद से लेकर फिल्मों आदि तक नारी ने अपने पैर पसार लिए है। नारी में इतनी ताकत है कि वह बहुत सारी जिम्मेदारी एक साथ संभाल लेती है। वह घरेलू कार्य करने के साथ साथ बच्चों का भी पालन पोषण करती है और साथ ही बाहर जाकर पुरुषों के साथ साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम भी करती है और घर की आर्थिक स्थिति सुधारने में सहायता करती है। आज जहाँ भी देखों सबसे उपर महिला का ही नाम होता।
महिलाएँ सेना से लेकर लड़ाकू विमान तक चलाने में सक्षम है। अब लड़कियों ने व्यापार की ओर भी ध्यान देना शुरू कर दिया है। नारी कमजोर नहीं है बल्कि वह शक्ति का प्रतीक है। उसकी सोचने समझने और परखने की शक्ति का कोई मुकाबला नहीं है । नारी ने अब धीरे धीरे अपने अधिकारों के बारे में जाना है और वह अपने हक पाने के लिए लड़ रही है। नारी को अब पिता की संपत्ति में भी बराबर का हक मिला है। एक महिला माँ बनना चाहती है या नहीं वह भी उसी की इच्छा है। नारी और पुरूष दोनों ही मानव समाज को चलाने के लिए अनिवार्य है। इस समाज को चलानो में दोनो की ही समान भागीदारी है। नारी को कमजोर समझना उचित नहीं है बल्कि वह पुरूषों से भी ज्यादा शक्तिशाली है और उनमें आत्मविश्वास कुट कुट कर भरा होता है। इतिहास गवाह है कि पुरूषों पर जब भी कोई मुसीबत आई है तो स्त्रियों ने ही उनकी सहायता की है जैसे कौशल्या ने युद्ध भूमि में दशरथ की करी थी। नारी शक्ति सब पर भारी है। भारतीय नारी की शक्ति का लोहा तो पूरी दुनिया मानती है।
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Essay on Nari Shakti in Hindi Language – नारी शक्ति पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
Nari Shakti Essay in Hindi
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