यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में भारत के प्रमुख राष्ट्रीय प्रतीक पर निबंध मिलेगा। Here you will get Paragraph and Short Essay on National Symbols of India in Hindi Language for students of all Classes.
भारत के प्रमुख राष्ट्रीय प्रतीक पर निबंध – Essay on National Symbols of India in Hindi Language
भारत के प्रमुख राष्ट्रीय प्रतीक पर निबंध – Essay on National Symbols of India in Hindi Language
प्रत्येक देश के अपने राष्ट्रीय चिन्ह होते हैं जो हर देश की शान होते हैं और प्रत्येक व्यक्ति अपने राष्ट्रीय चिन्हों का पूर्ण सम्मान करता है। हमारे राष्ट्रीय चिन्हों में राष्ट्रीय ध्वज जो कि भारतीय एकता का प्रतीक है, राष्ट्रीय फूल जो संपन्नता और समृद्धि का प्रतीत है, राष्ट्रीय पशु जो कि शक्ति का प्रतीक है, राष्ट्रीय पक्षी जो कि भारत की सुंदरता को दर्शाता है, राष्ट्रीय चिन्ह सुख समृद्धि और गोरव का प्रतीक है और इनके अलावा अन्य बहुत से चिन्ह सम्मलित है।
भारत का राष्ट्रीय ध्वज – Natioanl Flag of India
हमारे देश का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है जो कि केसरी, सफेद और हरे रंग की तीन पट्टियों से बना है। इसकी पट्टियों की लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 होता है। सफेद रंग की पट्टी पर नीले रंग का अशोका चक्र बना हुआ है जिसमें 24 आरे हैं। तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में 22 जुलाई 1947 को अपनाया गया था। तिरंगा सर्वप्रथम 15 अगस्त 1947 को जवाहरलाल नेहरू जी के द्वारा फहराया गया था। तिरंगे को केवल सूती या खादी कपड़े का ही बनाया जा सकता है और किसी अन्य देश के झंडे को राष्ट्रीय झंडे के बराबर या उससे ऊँचा नहीं लगाया जा सकता है।
भारत का राष्ट्रीय पक्षी- National Bird of India
भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर है जिसे 1963 में राष्ट्रीय पक्षी के रूप में घोषित किया गया था। मोर में हमारी भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई देती है और यह भारत के सभी हिस्सों में पाया जाता है और मोर को सभी जानते भी है। यही कारण है कि मोर को राष्ट्रीय पक्षी चुना गया था।
भारत की राष्ट्रीय नदी- National River of India
भारत की राष्ट्रीय नदी गंगा है जिसे हिंदुओं के द्वारा सबसे पवित्र माना जाता है। इसके तट पर हमेशा भीड़ होती है और यहाँ की गंगा आरती बहुत ही प्रसिद्द है। गंगा को माँ के समान दर्जा दिया जाता है।
भारत का राष्ट्रीय फूल- National Flower of India
भारत का राष्ट्रीय फूल कमल का फूल है जिसे समृद्धि और ज्ञानोदय का प्रतीक माना जाता है। कमल के फूल से भारत का इतिहास और संस्कृति जुड़े हुए हैं और इस फूल का प्रयोग अनेकों पवित्र कार्यों में किया जाता है। कमल का फूल किचड़ में खिलने के बावजूद भी सबसे पवित्र माना जाता है।
भारत का राष्ट्रीय फल – National Fruit of India
भारत का राष्ट्रीय फल आम है क्योंकि इसकी पैदावार लगभग भारत के हर हिस्से में की जाती है और आम सभी का पसंदीदा फल भी है। इसमें महत्वपूर्ण विटामीन सी पाया जाता है।
भारत का राष्ट्रीय पशु – National Animal of India
भारत का राष्ट्रीय पशु रॉयल बंगाल टाइगर है जो कि भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर बाकि पूरे भारत में पाया जाता है। यह शक्ति, समृद्धि और गौरव का प्रतीक होता है। रॉयल बंगाल टाईगर पीले रंग के होते हैं।
भारत का राष्ट्रीय गान – National Anthem of India
भारत का राष्ट्रीय गान जन गण मन है जिसे रविंद्रनाथ टैगोर जी के द्वारा लिखा गया था। इसे 24 जनवरी, 1950 को राष्ट्रीय गान के रूप में अपनाया गया था। इसको सबसे पहले 1911 में कोलकता में कांग्रेस के सेशन में गाया गया था।
भारत का राष्ट्रीय गीत – National Song of India
भारत का राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम है जिसके रचियता बंकिम चंद्र चट्टोपाद्धयाय थे। 1950 में इसे राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया गया था। वास्तवित वंदे मातरम में 6 छंद है जो बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने अपने उपन्यास आनंदमठ में लिखे थे।
भारत का राष्ट्रीय खेल – National Sport of India
भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी है जो कि 1928-1956 तक बहुत प्रसिद्द हुआ करता था। वह समय हॉकी के लिए स्वर्णीम युग था। हालांकि आज देश में क्रिकेट की लोकप्रियता अधिक है लेकिन फिर भी राष्ट्रीय खेल हॉकी ही है। हॉकी ने उस समय बहुत से स्वर्ण पदक हासिल किए थे।
भारत का राष्ट्रीय वृक्ष – National Tree of India
भारत का राष्ट्रीय पेड़ बरगद का पेड़ है जिसे अमृत्व वाला पेड़ भी कहा जाता है। यह लंबे समय तक जीवित रहने वाला पेड़ है और इसकी टहनियाँ दुर दुर तक फैली हुई होती है। बरगद का पेड़ धुप से आपकी रक्षा करता है और हिंदु धर्म के लोगों के द्वारा इसकी पूजा भी की जाती है। इस पेड़ की छाँव बहुत ही आनंददायक होती है और इसके बहुत से लाभ भी है।
भारत की राष्ट्रीय मुद्रा– National Currency of India
भारत की राष्ट्रीय मुद्रा रूपया है जिसका चिन्ह देवनागरी में व्यंजन “र” है और लैटिन में R से इसकी पहचान होती है जिसे 2010 में अपनाया गया था। भारतीय मुद्रा पर नियंत्र केवल भारतीय सरकार और रिजर्व बैंक का होता है।
भारत का राष्ट्रीय कलैंडर – National Calendar of India
भारत का राष्ट्रीय कलैंडर साका एरा पर आधारित है जिसे 22 मार्च 1957 को अपनाया गया था। इस कलैंडर की तारीखें ग्रैगोरियन कलैंडर ये मिलती है। हमारे राष्ट्रीय कलैंडर में पहला माह चैत्र का होता है जो कि 21 या 22 मार्च को आरंभ होता है। भारतीय पर्व हमारे राष्ट्रीय कलैंडर के हिसाब से ही मनाए जाते हैं।
भारत का राष्ट्रीय प्रतीक – National emblem of India
भारत का राष्ट्रीय प्रतीक शेरों का एक चिन्ह है जिसे सारनाथ के सम्राट अशोक सम्राज्य से लिया गया था। इसमें चार शेर बने हुए हैं जिसमें से एक पीछे की तरफ छुप जाता है और शेर के दोनों तरफ बैल और घोड़े बने हुए हैं। इस चिन्ह पर देवनागरी में सत्यमेव जयते भी लिखा हुआ है। इसे राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में 26 जनवरी, 1950 को अपनाया गया था। यह चिन्ह भारत के लोगों की शक्ति और सच्चाई का प्रतीक है।
भारत का राष्ट्रीय धरोहर पशु – National Heritage Animal of India
भारत का राष्ट्रीय धरोहर पशु हाथी है जिसे 13 अक्टूबर, 2010 को राष्ट्रीय धरोहर के रूप में अपनाया गया था। केंद्रीय वन एवं पर्यायवरण मंत्री ने हाथी को राष्ट्रीय धरोहर पशु बनाने की घोषणा की थी। भारत में दो तरह के हाथी पाए जाते हैं एक तो एशियाई हाथी और दुसरा अफ्रीकी हाथी। हाथी जमीन पर रहने वाला सबसे बड़ा स्तनधारी जीव है लेकिन धीरे धीरे समय के साथ साथ हाथियों की संख्या कम होती जा रही है और भारत के कुछ स्थानों से तो हाथी लुप्त ही हो चुके हैं। इसलिए हाथियों का सरंक्षण करने के लिए और उनका महत्व बढ़ाने के लिए जरूरत थी उन्हें विशेष दर्जा देने की और उनकी तरफ लोगों को आकर्षित करने की। हाथियों का सरंक्षण ही था जिस कारण उन्हें राष्ट्रीय धरोहर पशु का दर्जा दिया गया है। हाथी को बहुक ही पवित्र जानवर माना जाता और हिंदु धर्म में इसका बहुत ही महत्व है। अश्विन माह की पूर्णिमा को गजोत्सव भी मनाया जाता है। गजराज हमारी सविधान सभा का चिन्ह भी है।
भारत का राष्ट्रीय जलीय पशु – National Aquatic Animal of India
भारत का राष्ट्रीय जलीय पशु गंगा नदी में रहने वाली डॉलफिन है। इसे राष्ट्रीय जलीय पशु के रूप में 5 अक्टूबर 2009 को अपनाया गया था। डॉलफिन सामाजिक प्राणी है और इसे अपनी मस्ती में रहना पसंद होता है। यह तरह तरह की आवाजें निकाल सकती है जिस कारण इसे आवाज का पिटारा भी कहा जाता है। इसे गंगा नदी घाटी प्राधिकरण की बैठक में नीतिश कुमार जी के सुझाव पर राष्ट्रीय जलीय पशु चुना गया था। भारत एकमात्र ऐसा राज्य है जिसने डॉलफिन को उसकी बुद्धिमता के लिए पहचान दी है। डॉलफिन तरह तरह के कर्तब भी दिखाती है लेकिन अब इसके शो बंद कर दिए गए हैं। नदियों में बढ़ रहे प्रदुषण की वजह से और डॉलफिन के आवास से की जा रही छेड़छाड़ के कारण उनकी संख्या कम होती जा रही थी। 2009 में डॉलफिन की घटती हुई संख्या को ध्यान में रखते हुए उसके सरंक्षण के लिए उसे राष्ट्रीय जलीय पशु घोषित किया गया था। डॉलफिन मनमौजी होती है और वह खुशमिजाज रहती है।
भारत की राष्ट्रीय शपथ- National Pledge of India
भारत की राष्ट्रीय शपथ भारत के गणराज्य के प्रति निष्ठा की शपथ है। यह सर्वप्रथम 1962 में प्यिदीमर्री वेकेंट सुब्बाराव द्वारा तेलगु भाषा में लिखा गया था जिसे सबसे पहले 1963 में विशाखापट्नम के एक स्कूल में उच्चारित किया गया था और उसके बाद इसका अनुवाद सभी भाषाओं में किया गया और सभी विद्यालयों में बोला जाता है। हम इसमें प्रतिज्ञा लेते हैं कि हम हमारे देश के प्रति सभू कर्त्वयों को निभाऐंगे और अपने देश से प्रेम करेंगे। सभी राष्ट्रीय समारोह गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस को अवसर पर सभी नागरिकों को राष्ट्रीय प्रतीज्ञा दिलवाई जाती है।
इस प्रतिज्ञा से व्यक्ति अपने देश के प्रति प्रेम और सम्मान को व्य्कत करता है।
भारत की राष्ट्रीय प्रतिज्ञा है :
भारत मेरा देश है। हम सभी भारतवासी भाई बहन है। मुझे मेरा देश प्राणों से भी प्यारा है। मुझे इसकी समृद्धि और विविध संस्कृति पर गर्व है। हम इसके सुयोग्य अधिकारी बनने का प्रयत्न हमेशा करते रहेंगे। मैं अपने माता पिता शिक्षकों एवं गुरूओं का सदा आदर करूँगा और सभी से शिष्टता का व्यवहार करूँगा। मैं अपने देश और देशवासियों के प्रति वफादार रहने की प्रतिज्ञा करता हूँ। उनके कल्याण और समृद्धि में ही मेरी खुशी है।
निष्कर्ष-
भारत के सभी राष्ट्रीय चिन्ह देश की अमूल्य धरोहर है जो कि देश का गौरव और सम्मान है। हम सभी को अपने राष्ट्रीय चिन्हों का सम्मान करना चाहिए और उनकी पहचान पूरे विश्व में मजबूत करनी चाहिए। हमें हमारे चिन्हों से खेलों, प्रतियगिताओं आदि में हमारे राष्ट्रीय चिन्हों से ही जाना जाता है इसलिए यह हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है और भारत में रहने वाले प्रत्येक नागरिक की शान है। हमारे राष्ट्रीय चिन्ह ही है जो हमें दुसरे लोगों से अलग दिखलाते हैं और लोगों के बाच हमारी अलग पहचान बनाते हैं। यह चिन्ह हमारी संपूर्ण संस्कृति और सभ्यता को दर्शाते हैं। हमें हमारे चिन्हों पर गर्व है और उनको बरकार रखना राष्ट्र के हर नागरित का परम कर्तव्य है।
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( भारत के प्रमुख राष्ट्रीय प्रतीक पर निबंध – Essay on National Symbols of India in Hindi Language ) को पसंद करेंगे।
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