Here you will get Paragraph and Short Essay on Plastic Pollution in Hindi Language for students of all Classes in 100, 200 and 500 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में प्लास्टिक प्रदूषण पर निबंध मिलेगा। Plastic Pollution Essay in Hindi
Essay on Plastic Pollution in Hindi – प्लास्टिक प्रदूषण पर निबंध
Short Essay on Plastic Pollution in Hindi Language – प्लास्टिक प्रदूषण पर निबंध (100 words)
प्लास्टिक कभी नष्ट न होने वाला पदार्थ है। इसके विघटन में बहुत साल लग जाते हैं और यह जहरीले कैमिक्लस से मिलकर बना होता है। प्लास्टिक का निर्माण मनपष्य कू सहुलियत के लिए हुआ था पर आज को समय में यहीं प्लास्टिक मनुष्य जीवन के लिए खतरा बन चुका है। जब पलास्टिक कहीं भी ऐसे ही खुले में पड़ा रहता है और नष्ट न होने के कारण जहरीले पदार्थ बाहर निकलते है और वातावरण को दुषित करते हैं। इसलिए हमें चाहिए कि हम प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग करें और प्लास्टिक के कारण बढ़ रहे प्रदुषण को रोंके।
Short Essay on Plastic Pollution in Hindi Language – प्लास्टिक प्रदूषण पर निबंध (200 words)
प्लास्टिक के मिट्टी या जल में जमा होने को ही प्लास्टिक प्रदुषण कहते हैं। प्लास्टिक से बने पदार्थ कभी भी नष्ट नहीं होते हैं। मानव ने अपनी सहुलियत के लिए प्लास्टिक का निर्माण किया था लेकिन निरंतर प्लास्टिक के बढ़ते हुए प्रयोग से समस्त मानव जाति, जीव जंतुओं और वातावरण को खतरा है। मनुष्य चारों तरफ से प्लास्टिक से घिरा हुआ है। वह सुबह से लेकर रात तक हर चीज में प्लास्टिक का प्रयोग करता है। उसी प्लास्टिक को मैदानों में फेंकने से प्लास्टिक प्रदुषण फैलता हैं।
जब खुले मैदानों में जमी हुई प्लास्टिक बारिश के जल के साथ बह कर महासागरों में चला जाता है तब जल प्रदुषण होता है। प्लास्टिक के कारण मृदा प्रदुषण भी बढ़ता है। प्लास्टिक के बर्तनों में खाना आदि खाने से और उनका लंबे समय तक प्रयोग करने से उनमें जहर उत्पन्न हो जाता है जो कि मनुष्य को बिमार करता है और कैंसर जैसी गंभीर बिमारियाँ भी पैदा करता है। हमें प्लास्टिक प्रदुषण को रोकने के लिए प्लास्टिक का प्रयोग कम करना होगा। बमें ऐसी प्लास्टिक का प्रयोग करना होगा जिसे बार बार इस्तमाल किया जा सके। कभी भी खाने पीने का सामान प्लास्टिक के बर्तन में न रखे। हमें खुद को और पर्यायवरण को सुरक्षित रखने के लिए प्लास्टिक को त्यागना होगा।
Plastic Pollution Hindi Essay – Essay on Plastic Pollution in Hindi in 500 words
किसी भी चीज के दुषित होने को ही प्रदुषण कहते हैं। प्लास्टिक जो कि हानिकारक रसायनों से बनाया जाता है उसके जल और मिट्टी में इकट्ठे होने को ही प्लास्टिक प्रदुषण कहलाते है। प्लास्टिक से बना हुआ समान ऐसे ही पड़ा रहता है वह बैक्टिरिया आदि के द्वारा नष्ट नहीं होता है। मनुष्य ने प्लास्टिक का निर्माण अपनी सहुलियत के लिए किया था लेकिन इसके बढ़ते हुए प्रयोग की वजह से यह मनुष्य जीव जंतुओं और पर्यायवरण के लिए हानिकारक हो चुका है। प्लास्टिक सस्ता होने के कारण सभी के द्वारा प्रयोग किया जाता है और यह अपने वजन से 2000 गुणा ज्यादा वजन उठा सकता है। प्लास्टिक को एक स्थान से दुसरे स्थान तक ले जाने में भी आसानी होती है क्योंकि यह बहुत ही हल्का होता है।
प्लास्टिक प्रदुषण के कारण-
आज के समय में मनुष्य हर चीज में प्लास्टिक का प्रयोग कर रहा है। सुबह की शुरूआत से लेकर रात होने तक मनुष्य प्लास्टिक का ही इस्तमाल करता है। सुबह हम जो ब्रश करते है वह प्लास्टिक का बना होता। पानी की बोतल भी प्लास्टिक की होती है। लोग छोटी मोटी प्लास्टिक के चीजे प्रयोग करके युँ ही खुले में फेंक देते है जिससे प्रदुषण बढ़ता है। लोग आलसी भी हो चुके हैं और वह बाजार से भी प्लास्टिक की बनी पॉलिथीन में ही सामान आदि खरीद कर लाते हैं। उसी प्लास्टिक को खुले में फेंकने से और उसके नष्ट न होने से ही प्लास्टिक प्रदुषण बढ़ता है।
प्लास्टिक प्रदुषण के दुष्प्रभाव-
बढ़ते हुए प्लास्टिक के प्रयोग ने सभी चीजों को बहुत ही दुषित कर दिया है। खुले में फेंका गया प्लास्टिक बारिश के जल के साथ मिलकर महासागरों में चला जाता है जिससे की जल प्रदुषण बढ़ता है। प्लास्टिक के नष्ट न होने के कारण मृदा प्रदुषण भी बढ़ता है। खुले में पड़ा प्लास्टिक जानवरों के द्वारा निगल लिया जाता है जिससे उनकी असमय मृत्यु हो जाती है। ज्यादा समय तक एक ही प्लास्टिक की वस्तु प्रयोग करने से उसमें जहर पैदा हो जाता है। प्लास्टिक एक धीमा जहर है जिससे बहुत सी बिमारियाँ उत्पन्न होती है। कैंसर जैसी गंभीर समस्या भी इसी से पैदा होती है।
प्लास्टिक प्रदुषण के निवारण-
वातावरण को दुषित होने से रोकने के लिए प्लास्टिक प्रदुषण को रोकना जरूरी है। हमें प्लास्टिक के प्रयोग को कम करना होगा। खाने के लिए मिट्टी या स्टील के बर्तनों का प्रयोग करना चाहिए। प्लास्टिक खुले मैदानों में नहीं फेंकना चाहिए। ऐसे प्लास्टिक का प्रयोग करना चाहिए जिसे बार बार प्रयोग में लाया जा सके। उन वस्तुओं के प्रयोग से बचे जिन्हें सिर्फ एक बार ही प्रयोग कर सकते हैं। बाजार जाते समय भी घर से कपड़े या जुट का थैला लेकर ही जाए ताकि प्लास्टिक के थैलों में खाने का सामान न लाना पड़े।
निष्कर्ष-
प्लास्टिक मनुष्य से लेकर पर्यायवरण तक सबके लिए हानिकारक है। हमें सभी को सरंक्षित और सुरक्षित रखने के लिए प्लास्टिक का प्रयोग कम करना होगा। इसलिए जितना हो सके उतना प्लास्टिक से दूर रहें और खासकर खाने पीने की वस्तु प्लास्टिक के बर्तन में कभी न खाएँ।
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Essay on Plastic Pollution in Hindi – प्लास्टिक प्रदूषण पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
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