यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में समय का सदुपयोग पर निबंध मिलेगा। Here you will get Paragraph and Short Essay on Time Management in Hindi/ Samay ka Sadupyog Essay in Hindi Language for students of all Classes in 100, 200, 400 and 600 words.
Essay on Time Management in Hindi – समय का सदुपयोग पर निबंध
Essay on Time Management in Hindi – समय का सदुपयोग पर निबंध ( 100 words )
समय वह है जो कभी किसी की प्रतीक्षा नहीं करता है और निरंतर अपनी गति से चलता रहता है। एक बार जो समय चला गया वह दोबारा कभी नहीं आता है इसलिए हमें चाहिए कि हम समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चले और सभी काम निर्धारित समय पर करे। इतने किमती समय को नष्ट करने की बजाय उसका सदुपयोक करें। अपने खाली समय में कोई न कोई कार्य करे क्योंकि उससे हमें ही लाभ होगा। हमें समय के पाबंद होना चाहिए और आज का काम आज ही खत्म करने की आदत डालनी चाहिए। जो व्यक्ति समय का सदुपयोग करते है वह जिंदगी में हमेशा सफलता प्राप्त करते हैं।
Essay on Time Management in Hindi – समय का सदुपयोग पर निबंध ( 200 words )
समय प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। समय सफलता की कूँजी है। जो व्यक्ति अपना सारा काम समय पर करता है सफलता उसके कदम चुमती है। हमें प्रत्येक कार्य समय पर करना चाहिए। आज का काम कल पर नहीं टालना चाहिए और समय का सही तरीके से प्रयोग करना चाहिए। हमें समय का सदुपयोग करना प्रकृति से सीखना चाहिए क्योंकि वह अपने सभी कार्य नियमित रूप से करती है। अगर हम कोई भी कार्य समय पर नहीं करते है तो हमारा नुकसान होता है और हम विफल हो जाते है। व्यक्ति चाहे कितनी भी मेहनत क्यूँ न करले लेकिन अगर वह सही समय पर नहीं कि जाए तो व्यर्थ है। अगर फसल सही समय पर न काटी जाए तो वह नष्ट हो जाती है और सारी मेहनत बेकार जाती है।
मनुष्य को समय का सदुपयोग करना आना चाहिए क्योंकि आज तक जितने भी महापुरूष हुए है उनकी सफलता का रहस्य समय का सदुपयोग ही रहा है। हर व्यक्ति को बचपन से ही समय के सदुपयोग की आदत डालनी चाहिए। उसे एक पल भी नष्ट नहीं करना चाहिए। हमें अपने शेष समय में कोई न कोई पुस्तक आदि पढ़ते रहना चाहिए क्योंकि पता नहीं लगता किस समय किया गया कार्य कब काम आ जाए। हम सबको समय का पाबंद होना चाहिए।
Essay on Time Management in Hindi – समय का सदुपयोग पर निबंध ( 400 words )
समय सफलता की कुँजी है। वग व्यक्ति दो अपने सभी कार्य समय पर करता है सफलता अवश्य प्राप्त करता है। समय का हमारे जीवन में बहुत महत्व है लेकिन बहुत से लोगों को यह बात समय बीतने के बाद समझ में आती है। समय कभी भी किसी की प्रतीक्षा नहीं करता है इसलिए आपके पास जितना भी समय हो उसका सदुपयोग करें। हमें समय को बिल्कुल भी नष्ट नहीं करना चाहिए और उसका सही तरीके से प्रयोग करना चाहिए। प्रकृति भी सभी काम सही समय पर करती है। सूर्य का उदय और अस्त निर्धारित समय पर होता है। रितुओं का आना और जाना सब समय से होता है और अगर प्रकृति समय पर कार्य करना छोड़ दे तो परिणाम विनाशकारी होगा।
हमें आज का कार्य कल पर नहीं टालना चाहिए क्योंकि कल कभी नहीं आता है और साथ ही काम भी बढ़ता चला जाता है जिस वजह से हम विफल हो जाते हैं और पछताने के अलावा कुछ भी हाथ नहीं लगता है। व्यक्ति कितनी भी मेहनत क्यूँ न करले लेकिन अगर वह सही समय पर न रू जाए तो व्यर्थ ही हैं। समय पर फसल की कटाई न होने पर सारी फसल नष्ट हो जाती है और की गई सारी मेहनत बेकार जाती है। समय पर काम करने वाले व्यक्ति के कदमों में सफलता हमेशा रहती है। आज तक जितने भी विकाशसील और महापुरूष हुए है उन सबकू सफलता का एक ही रहस्य रहा है- समय का सदुपयोग।
समय कभी भी किसी का भी इंतजार नहीं करता है इसलिए हमें ही समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना होगा। बिना एक पल भी बर्बाद किए हमें समय का उपयोग अच्छे कार्य के लिए करते रहना चाहिए। जो व्यक्ति कभी भी समय को नष्ट नहीं करता है वह बहुत ही भाग्यशाली होता है। समय का सदुपयोग आपको आसमान के शिखर तक पहुँचा सकता है। हर किसी को बचपन से ही समय के सदुपयोग की आदत डालनी चाहिए। बच्चों को भी स्कूल में समय के महत्व के बारे में बताया जाना चाहिए।
बच्चों को खुद भी अपने खाली समय में कुछ न कुछ काम करते रहना चाहिए। पुस्तकें पढ़कर वह ग्यान अर्जित करते हैं जो कि समय का सबसे अच्छा सदुपयोग है। समय सभी के लिए बराबर होता है और उसी गति से चलता है। कुछ लोग उसका सही तरीके से उपयोग करके इतिहास रच जाते हैं और कुछ लोग पहले तो समय को नष्ट करते हैं और बाद में दोष देते है कि समय कम था। समय को नष्ट करने की बजाय उसको सही से प्रयोग करनी सीखो।
Essay on Time Management in Hindi – समय का सदुपयोग पर निबंध ( 600 words )
समय निरंतर गतिशील है। वह ऐसी वस्तु है जिसे न बढ़ाया जा सकता है और न घटाया जा सकता है। एक बार जो समय बीत गया उसे दोबारा लौटाया नहीं जा सकता। समय का चक्र लगातार घूमता रहता है, उसे रोका नहीं जा सकता। इस प्रकार समय अमूल्य है। जीवन का प्रत्येक क्षण अमूल्य हैं। यदि एक क्षण का भी दुरुपयोग किया जाता है तो मानव को पछताना पड़ता है। अतः समय के दुरुपयोग के महत्व को समझना आवश्यक है।
समय प्रकृति की अमूल्य भेंट है। जो समय को खाली बैठकर व्यर्थ में नष्ट करता है, समय उसको नष्ट कर देता है। समय का दुरुपयोग करने वाले जीवन की दौड में पिछड़ जाते हैं और जो समय का सदुपयोग करते हैं, वे उन्नति के शिखर पर पहुँच जाते हैं। समय का सदुपयोग करने वाले व्यक्ति को जीवन में कभी भी पछताना नहीं पड़ता। सफलता, यश, धन उनके कदम चूमते हैं। इसीलिए संत कबीर ने मानव को सचेत करते हुए कहा है :
काल्ह करे सो आज कर, आज करै सो अब।
पल में परलय होएगी, बहुरि करोगे कब।
विधाता की ओर से प्रत्येक प्राणी के जीवन के क्षण निश्चित हैं। इस निश्चित समय में ही उसे अपने कार्यों को पूरा करना पड़ता है। वास्तव में जीवन में विभिन्न कार्यों का बोझ इतना अधिक होता है कि उसे थोड़े से समय में ढो पाना कठिन हो जाता है। समय का चक्र निरंतर घूमता रहता है। वह किसी की कभी भी प्रतीक्षा नहीं करता। समय केवल उसका ही साथ देता है जो उसके मूल्य की पहचानकर उसका उचित उपयोग करता है, समय के अनुरूप निर्णय लेता है और उस निर्णय को कार्यरूप प्रदान करता है। अक्सर चूक जाने पर समय कभी माफ़ नहीं करता। अवसर चुकने का दंड मनुष्य को भोगना पड़ता है।
महाभारत के भीष्म पितामह ने भरी सभा में द्रौपदी को अपमानित होते देखकर भी दुर्योधन आदि का विरोध नहीं किया। वे अवसर चूक गए। उन्हें अवसर चुकने का दंड भुगतना पड़ा। उन्हें अवतार नहीं माना गया। अवसर चूकना अर्थात समय को नष्ट करना मानव जीवन की अवहेलना करना है। समय से ही मानव जीवन का निर्माण होता है। बीते हुए समय को संसार की कोई शक्ति नहीं लौटा सकती। इसलिए उचित समय पर किया गया कार्य ही फलदायक | होता है। रोगी को दवाई देने में एक क्षण की देरी भी घातक हो जाती है। कुछ पल देरी से स्टेशन पर पहुँचने से गाड़ी छूट जाती है और व्यक्ति हाथ मलता हुआ स्टेशन पर खड़ा रह जाता है। वह अपने गंतव्य स्थान पर उचित समय पर नहीं पहुँच पाता।
ईतिहास ने सदैव समय को महत्त्वपूर्ण समझकर कार्य करने वालों को महत्व दिया है। जेम्सवाट ने पच्चीस वर्ष तक निरंतर परिश्रम करने के बाद रेल इंजन बनाया, मैडम क्यूरी ने रेडियम का आविष्कार किया। अंग्रेज़ जाति ने समय के महत्त्व को पहचानकर, समयानुसार निर्णय लेकर कार्य किया तभी तो संसार के अधिकांश भाग पर शासन किया। सत्य कहा है कि ”का वर्षा जब कृषी सुखाने, समय चूकि पुनि का पछताने।” कुछ लोग अपना समय व्यर्थ की बातों में आँवा देते हैं तथा कुछ भोग-विलास या खेल-कूद में समय गंवाते हैं। ऐसे लोग निश्चय ही राष्ट्र, समाज, परिवार और स्वयं अपने लिए भी हितकर नहीं होते हैं। समय ही अपने सदुपयोगकर्ता को महान बना। देता है और दुरुपयोग करने वाले को खाक में मिला देता है। संसार में जितने भी महान व्यक्ति हुए हैं, वे प्राय: समय के पाबंद थे।
आज जितने भी देश धन, संपदा, ज्ञान, विज्ञान आदि के क्षेत्र में उन्नति के सर्वोच्च शिखर पर हैं, वे सब वहाँ के लोगों द्वारा समय का सदुपयोग करने के कारण ही हैं। इसलिए माखनलाल चतुर्वेदी ने कहा है| समय जगाता है हम सबको, झटपट जग जाना ही होगा। देख विश्व-सिद्धांत कार्य में, निर्भय लग जाना ही होगा।। अतः प्रत्येक मानव का कर्तव्य है कि वह समय का सदुपयोग कर राष्ट्र, समाज, परिवार और स्वयं की उन्नति का मार्ग प्रशस्त करे!
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Samay Ka Sadupyog Essay in Hindi Language – Essay on Time Management in Hindi – समय का सदुपयोग पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
Related articles:
Essay on Importance of Time in Hindi – समय के मूल्य पर निबंध
Essay on Value of Time in Hindi – समय के महत्व पर निबंध
Importance of Adult Education in Hindi – प्रौढ़ शिक्षा का महत्व
Importance of Music in Human Life in Hindi – जीवन में संगीत का महत्व
Essay on Importance of Book in Life in Hindi – जीवन में पुस्तकों का महत्त्व पर निबंध
Essay on Importance of Sports in School in Hindi – स्कूल में खेल के महत्व पर निबंध