यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में स्वतंत्रता दिवस पर भाषण मिलेगा। Here you will get Best, Long and Short Speech on Independence Day in Hindi Language/ 15 August Speech in Hindi Language for students and Teachers of all Classes in 300, 450 and 600 words.
Speech on Independence Day in Hindi – स्वतंत्रता दिवस पर भाषण
Best Speech on Independence Day in Hindi Language For School Students – स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (300 Words)
आदरणीय सभापति महोदय, पूजनीय अध्यापकगण तथा मेरे साथियो। आज हम स्वतन्त्रता दिवस मनाने के लिए यहाँ उपस्थित हुए हैं। यह भारत का एक राष्ट्रीय त्योहार है। यह हर वर्ष १५ अगस्त को पूरे भारत में मनाया जाता है। इस दिन हमारा देश आजाद हुआ था। हमारे देश का यह महान दिन है।
वर्षों की पराधीनता से दुःखी जनता आज़ादी के लिए छटपटा रही थी। १८५७ में महारानी झाँसी के नेतृत्व में आज़ादी की पहली लड़ाई लड़ी गई। परन्तु हमें उसमें सफलता प्राप्त न हुई। अंग्रेजों ने अपनी शक्ति से उस क्रान्ति को कुचल डाला। कई वीर शहीद हुए। परन्तु आज़ादी की चिंगारी सुलगती रही। एक समय आया जब गाँधी जी ने लोगों का नेतृत्व किया। सुभाषचन्द्र बोस, पंडित नेहरू और सरदार पटेल जैसे वीरों ने देश की आज़ादी के लिए अपना तन, मन और धन लगा दिया। जेले भर गई। कई देशभक्त शहीद हुए। अन्त में १५ अगस्त १९४७ को देश आज़ाद हुआ।
इस दिन राष्ट्रीय झंडा फहराया जाता है। राष्ट्र-गीत गाया जाता है। नेताओं का भाषण होता है। स्कूल, कालिज, कार्यालय, बाजार, आदि सब बन्द होते हैं। १४ अगस्त को भारत के राष्ट्रपति राष्ट्र के नाम सन्देश देते हैं ।
१५ अगस्त को प्रधानमन्त्री का लाल-किले पर भाषण होता है जिसे सुनने के लिए लाखों लोग आते हैं। कवि दरबार होते हैं। रात को ऐतिहासिक स्थानों पर रोशनी की जाती है। आज हम सब यहाँ स्वतन्त्रता दिवस अथवा १५ अगस्त मनाने के लिए उपस्थित हुए हैं। आज हमारा यह कर्तव्य हो जाता है कि हम उन देश भक्तों को याद करें जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया। आओ, आज हम सब प्रण करें कि खून देकर पाई गई इस आजादो को सुरक्षित रखने के लिए हम जान की बाजी लगा देंगे।
जय हिन्द ।
Best Short Speech on Independence Day in Hindi Language for Teachers 2018 – स्वतंत्रता दिवस पर भाषण ( 450 Words )
भूमिका – 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस कहते हैं। यह एक राष्ट्रीय त्योहार है। इस दिन स्कूल, कालिज, दफ्तर आदि बन्द रहते हैं। इसे हिन्दु, मुसलमान, सिक्ख, ईसाई औद दूसरी जातियों के लोग भारत में धूम-धाम से मनाते हैं। भारत के अन्य त्योहारों की तरह इसका अपना महत्व है। यह प्रेम, एकता बढ़ाने वाला त्योहार है।
क्यों मनाया जाता है –
वर्षों की पराधीनता के बाद 15 अगस्त, 1947 को देश स्वतंत्र हुआ। इसलिए इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। सन् 1857 में आजादी की पहली लड़ाई लड़ी गई। उसमें भले ही सफलता न मिली किन्तु भारत में वीरों की कुर्बानी जागृति उत्पन्न करती रही। झाँसी की रानी और तांत्या टोपे जैसे वीरों का बलिदान भारत के वीरों में नया उत्साह भरने लगा। सुभाष चन्द्र बोस ने आज़ाद हिन्द फ़ौज का निर्माण किया। उन्होंने देश के लोगों को कहा – ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।‘ बाल गंगाधर तिइलक ने आज़ादी की चिंगारी को हवा देने के लिए कहा – ‘स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। गाँधी जी ने देश में एकता पैदा करके ‘करो या मरों का नारा लगाया। उन्होंने आन्दोलन चलाकर अंग्रेजों की जड़े हिला दीं और अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर विवश कर दिया। लाला लाजपत राय, भगत सिंह, चन्द्र शेखर आज़ाद जैसे देश भक्त देश के लिए शहीद हुए। जेलें भर गई। कानून तोड़े गए। अंग्रेज़ बौखला गए। अन्त में 15 अगस्त, 1947 को उन्होंने अपने शस्त्र डाल दिये।
कैसे मनाया जाता है –
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पूरे भारत में धूम-धाम से मनाया जाता है। राष्ट्र ध्वज फहराया जाता है। राष्ट्रगीत गाए जाते हैं। नेताओं के भाषण होते हैं। गोष्ठियाँ होती हैं। भारत की राजधानी नई दिल्ली की शोभा देखने योग्य होती है। दिल्ली के बाज़ारों और गलियों की शोभा तिरंगे झण्डों के फहराने से दुगनी हो जाती है। अरुणोदय से पूर्व लाखों नर-नारी लाल किले के सामने एकत्रित होते हैं। प्रातः 7 बजे भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर पर पहुँचते हैं। 21 तोपों की सलामी के साथ वे राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। करतल ध्वनियों की गड़गड़ाहट के मध्य वे अपना भाषण देते हैं। वे देश की गतिविधियों से लोगों को अवगत कराते हैं। राष्ट्र गान के साथ यह कार्यक्रम समाप्त होता है। कवि दरबार का आयोजन किया जाता है। रात को ऐतिहासिक स्थानों पर रोशनी की जाती है। आतिशबाज़ी का भी प्रबन्ध किया जाता है।
उपसंहार – यह त्योहार हमें हर वर्ष उन शहीदों की याद दिलाता है जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व लगा दिया। अतः हमें उस दिन प्रतिज्ञा करनी चाहिए कि हम अपने राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना सब कुछ लगा देंगे। हम देश से अज्ञानता और निर्धनता हटाने में सरकार की सहायता करेंगे।
15 August Speech in Hindi – Speech on Independence Day in Hindi – स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (600 Words)
हमारी स्वतंत्रता की कहानी बलिदानो से परिपूर्ण है। स्वतंत्रता की चिंगारी साल 1857 में सुलगी थी। अहिंसा के अवतार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जन नायक पंडित जवाहरलाल नेहरु, लोक मान्य तिलक, लौह पुरुष पटेल, नेता जी सुभाष चंद्र बोस, दत्ता, भगत सिंघ, चंद्र शेखर आज़ाद, रामप्रसाद विस्मिल आदि वीरों ने इस चिंगारी को हवा दी। सुलग- सुलगकर एक दिन ये चिंगारी शोला बन गयी। अंग्रेज़ों के अत्याचारों ने अग्नि मई घी डाल दिया। ” स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है, अंग्रेजो हिंदुस्तान छोड़ दो” के नारों और ओगस्ट 1942 की क्रांति ने तो इनकी जड़ो को और भी खोखला कर दिया। विवश हो कर अंग्रेजो ने 15 अगस्त, 1947 को भारत को स्वतंत्र कर दिया। सैंकड़ों वर्षों की परतंत्रता की बेड़ियाँ कट गयीं। कष्ट उठाने के बाद जो वस्तु मिलती है, उसका बहुत माँ होता है। इसी कारण भारतीय जनता प्रतिवर्ष 15 अगस्त को बड़ी धूमधान से मनाती है।
सुख, शांति व समृद्दी का प्रतीक यह दिवस भारत के कोने-कोने में मनाया जाता है। सभाएँ की जाती हैं तथा अशोक्च्क्र चिन्हित तिरंगे ध्वज का लोग अभिवादन करते हैं। प्रत्येक राज्य के नेतागन अपने-अपने राज्य में होने वाली सामूहिक सभाओं में भाषण देते हैं और जनता को देश की गतिविधीयों से परिचिं कराते हैं। इस दिन सभी राजकीय कार्यालय, विध्रालय और बाज़ार बंद रहते हैं। भारत की राजधानी दिल्ली मैं तो यह वर्ष विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसी दिन भारत की राजधानी दिल्ली मई प्रधानमंत्री लालक़िले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। सूर्योदय पर पूर्व ही लाखों की संख़या में लोग लालक़िले के विशाल प्रांगण में एकत्रित हो जाते हैं। सिपाही बाजों की स्वर- लहरी व 31 तोपों की सलामी दी जाती है। करतल-ध्वनियों की गड़गड़ाहट के बीच प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं ओर अपना भाषणव संदेश जनता को देते हैं। अंत मई राष्ट्रीय गान और जयहिंद के नारों के साथ यह उत्सव समाप्त होता है। रेडीओ व टेलिविज़न से मननीय राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री जी के भाषण प्रसारित किये जाते हैं।
इस दिन मित्र देशों से शुभकामनाओं का ताँता लग जाता है। समाचारपत्रो के स्वाधीनता अंक प्रकाशित होते हैं और विशेष लेखों द्वारा स्वाधीनता का अभिनंदन किया जाता है। रात्रि मैं सरदारी कार्यालयों पर रोशनी की जाती है। कवि- सम्मेलन और देशभक्ति पर कार्यक्रम किया जाता है। इसके इलवा सांस्कृतिक आयोजन किया जाता है। इस तरह अनेक रूपों में यह वर्ष मनाया जाता है। यह हमें स्फूर्ति और नवजीवन प्रदान करता है। इस राष्ट्रीय पर्व को मनाने के कई लाभ हैं। यह पर्व प्रतिवर्ष आकर हमें स्मरण कराता है कि हमें अपनी स्वतंत्रता की रक्षा हेतु सदेव कटिबंध रहना चाहिए। जन- जन के मन में राष्ट्रभक्ति की भावनायें उद्दलित करता है। नेताओं और लेखकों के विचार सुनकर, पढ़कर, राष्ट्र की वास्तविक स्तिथि का ज्ञान होता है। इस पर्व से फूट, अज्ञान ओर बेकारी को दूर करने की प्रेरणा मिलती है। प्रारम्भ से ही भारत की भावी निधि नन्हें- मुन्ने, बाल-गोपालों के हृदय में राष्ट्रभक्ति के बीज अंकुरित हो जाता है।
यह हमारे राष्ट्रीय जीवन की करवट का दिन है। भारत के सोभाग्या का दिन है। अत: हमें इस पर्व को बड़े उत्साह और प्रेम से मनाना चाहिए।
आन देश की शान देश की,
देश की हम संतान हैं,
तीन रंगो से रंगा तिरंगा,
अपनी ये पहचान है।
मेरे प्रिय देशवासिओ, अब Speech on Independence Day in Hindi यहाँ खतम होता है। अगर आपको यह भाषण पसंद आया है, तो आप इस Speech on Independence Day in Hindi को अपने विद्यालय में इस भाषण को इस्तेमाल कर सकते है।
हम आशा करते हैं कि आप इस ( Speech on Independence Day in Hindi – स्वतंत्रता दिवस पर भाषण ) को पसंद करेंगे।
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