यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में माँ पर निबंध मिलेगा। Here you will get Paragraphs, Short and Long Essay on Mother in Hindi Language, My Mother, Meri Maa par Nibandh for students of all Classes in 120, 250, 300 and 500 words.
Essay on Mother in Hindi Language – माँ पर निबंध
Essay on Mother in Hindi Language – माँ पर निबंध ( 120 words )
माँ यानि की हमारी जन्मदाता जो हमें दुनिया में लाती है। अगर भगवान के बाद इस दुनिया में किसी को पूजा जाता है तो वो माँ है। माँ हमारी पहली गुरू भी होती है जो हमैं अच्छे बुरे में फर्क बताती है। माँ की गोद में बच्चे को कभी डर नही लगता। एक माँ ही होती है जिसका हृदय बहुत कोमल होता है वो डाँट कर खुद ही रो पड़ती है। माँ तो ममता और त्याग की मूर्त होती है। बच्चों को आराम देने के लिए नाजाने कितनी तकलीफे सहती है। माँ के बिना घर अधुरा होता है। इसलिए माँ की इज्जत करे। माँ जैसा दुनिया में दूसरा कोई नहीं। अगर माँ न हो तो शायद प्यार भी न हो।
Essay on Mother in Hindi Language – माँ पर निबंध ( 250 words )
मेरी माँ बहुत अच्छी और दयालु है वह इस दुनिया में सबसे सुंदर महिला है वह स्मार्ट और शिक्षित है| मेरी माँ एक कॉलेज में प्रोफेसर हैं। मेरी मां तीस साल का है। वह एक बहुत अच्छी गायक है वह ‘भजन’ बहुत अच्छी तरह से गाती है मेरी माँ हमारे लिए कड़ी मेहनत करती है वह मेरी अच्छी देखभाल करती है, मेरी बहन, मेरे पिता, दादाजी और दादी वह सभी को खुश देखना पसंद करती है।
मेरी माँ ने मुझे सिखाने और चलने वाला पहला व्यक्ति था, और जब मैं अपना पहला कदम उठाया तो वह मेरे साथ थी। उसने मुझे लोगों में विश्वास करने के लिए सिखाया है और किसी दूसरे के खिलाफ कोई शिकायत न करें। उसने हमेशा मुझे प्रोत्साहित किया कि जब मैं हारने के लिए तैयार था तब तक जाने के लिए। वह यह सुनिश्चित करती है कि मेरे बचपन के दौरान मैं सुरक्षित और खुश था। यह बिना शर्त प्यार है जो मेरी माँ का मानना है कि ये भावनाएं चलाती हैं।
माताओं ने अपने बच्चों को बहुत समर्थन दिया है, चाहे वह बहुत दृश्य समर्थन या साधारण पृष्ठभूमि प्रोत्साहन शामिल हो। वे पूरे परिवार को एक साथ भी रखते हैं। मेरी मां ने मुझे अच्छे व्यवहार और अनुशासन सिखाया है वह मुझे अपना घर काम करने में मदद करती है वह मुझे स्कूल के लिए तैयार बनाती है। मेरी मां एक आदर्श महिला है वह हमेशा दूसरों की सहायता करने के लिए तैयार है वह छुट्टियों में गरीब छात्रों को सिखाती है वह एक बहुत सरल जीवन की ओर ले जाती है मैं अपनी मां से बहुत प्यार करता था।
Essay on Mother in Hindi Language – माँ पर निबंध ( 300 words )
माँ बोलने में छोटा सा शब्द है लेकिन बच्चों के लिए उनकी पुरी दुनिया है। मेरी माँ भी सभी की माँ की तरह बहुत ही प्यारी है। घर में सभी लोग उनसे बहुत प्यार करते हैं और बहुत ही सम्मान देते हैं। मेरी माँ ज्यादा पड़ी लिखी नहीं है पर घर गृहस्थी को चलाना वह बहुत अच्छे से जानती है। वह सुबह पाँच बजे उठकर ही घर के कामों में लग जाती है। मेरी माता बहुत ही धार्मिक भी है। वह सूबह सूबह घर में पूजा पाठ कर आरती भी करती है।
मेरी माँ खाना भी बहुत ही स्वादिष्ट भी बनाती है। वह हमारे घर की अन्नपूर्णा है। माँ के बिना घर पर कुछ भी अच्छा नहीं लगता है। वह सभी कार्यों में निपुण है। वह अपने खाली समय में भी कोई न कोई कार्य करती ही रहती है। मेरी माँ मेरी अच्छी दोस्त भी है जिनसे मैं अभी सभी बातें कर सकता हूँ। वह हमेशा मुसीबत के समय में मेरी सहायता पक्का करती है। जब मैं बिमार होता हूँ तो वह रात भर जागकर मेरा ख्याल रखती है। वह मेरी डॉक्टर, सलाहकार और अंगरक्षक सब कुछ है। माँ सुबह से रात तक काम करती है। वह दिन रात घर वालों की सेवा में लगी रहती है और अपनी इच्छाओं को भी हमारे लिए त्याग देती है। वह अपने लिए कभी कुछ नहीं चाहती।
हमेशा परिवार वालों की खुशी में ही खुश रहती है। मेरी माँ ममता और त्याग की मूर्त है। वह मेरे कहने से पहले ही मेरी सभी बातों को समझ लेती है। माँ की गोद मों सिर रखकर सभी चिंताएँ दुर हो जाती है और बहुत ही अच्छी नींद आती है। मेरी माँ मेरी पुरी दुनिया है और वह बहुत ही अच्छी है। माँ की वजह से पूरा घर सजीव सा लगता है।
Essay on Mother in Hindi Language – माँ पर निबंध ( 500 words )
माँ जननी होती है। वह हमें इस दुनिया में लेकर आती है। माँ के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। दुनिया में भगवान के बाद माँ को पूजा जाता है। वह बच्चे की सबसे पहली गुरू होती है। माँ का हृदय बहुत ही कोमल होता है। वह अपने बच्चों को बहुत ही लाड़ प्यार करती है और अगर कभी डाँट दे तो खुद ही रो पड़ती है। माँ अपनी संतान के साथ साथ पुरे घर का भी ध्यान रखती है। घर में माँ को बहुत ही सम्मान दिया जाता है। वह घर का सारा काम काज करती है और साथ ही शिशु की परविरिश भी बहुत अच्छे से करती है। माँ अपनी शिशु की परविरिश में बहुत से कष्ट सहती है। जब वो संतान को जन्म देती है तो असहीन पीड़ा को भी सहन करती है। संतान के जन्म के बाद भी वह अपनी सारी पीड़ा भूल जाती है।
माँ ममता और त्याग की मूर्त होती है। माँ अपनी संतान के लिए अपने स्वार्थ को भी त्याग देती है। वह खुद को बिल्कुल भी समय नहीं देती है। अपना सारा समय अपने परिवार और बच्चों पर लगा देती है। माँ की जान अपने बच्चे में बसती है। माँ कभी कभी बच्चों को सुधारने के लिए कठोर भी बनती है लेकिन उसका कठोरपन बस बाहरी होता है। माँ ही बच्चे को सामाजिक गयान देती है ,उसे अच्छे बुरे का फर्क समझाती है। बच्चा ज्यादातर समय अपनी माँ के साथ बिताता है। बच्चे में सभी संस्कार उसकी माँ से ही आते है। माँ को हर समय बच्चे की चिंता लगी रहती है। माँ के लिए उसके बच्चे कभी बड़े नही होते। माँ हमेशा अपने बच्चों से उतना ही प्यार करती है जितना वो उन्हें छोटा होते करती थी।
माँ के लिए उसके सभी बच्चे बराबर होते है वह उनमें कभी भी भेदभाव नहीं करती। बेटे माँ के लाडले होते है और बेटियाँ माँ की छवि। बेटियों के लिए तो मानों माँ के बिना मायके की कल्पना करना भी विरान रेगिस्तान जैसा है। माँ अपने बच्चों के लिए अन्नपूर्णा होती है जब जो दिल करे वही खिलाती है। हॉस्टल में रहने वाले बच्चों को सब से ज्यादा माँ के बने खाने की याद आती है। बिमार होने पर रात रात भर जागकर ख्याल रखने वाली माँ ही होती है। माँ तो बच्चों के लिए डॉक्टर भी होती है।
आज के आधुनिक युग में महिला बाहर जाकर नौकरी, व्यवसाय आदि भी करती है। आज की नारी घरेलू कार्य के साथ बाहर के कार्य भी संभालती है। सब कुछ व्यवस्थित तरीके से करना मुश्किल हो जाता है लेकिन वो फिर भी सब काम अच्छे से करती है। सुबह जल्दी उठकर घर का काम करती है फिर दिन भर नौकरी में भागदौड़ और फिर से शाम को घर आकर अपने परिवार और बच्चों में व्यस्त हो जाती है।
इस दुनिया में माँ से बढ़कर कोई नहीं है। माँ की शक्ति अतुलनीय है। माँ की गोद बच्चे के लिए सबसे प्यारी जगह होती है वह वहाँ पर खुद को सभी मुश्किलों से दुर पाता है। छोटा हो या बढ़ा हर किसी को माँ की गोद में सिर रखना अच्छा लगता है। माँ जितना प्यार कोई नहीं कर सकता। माँ के पास हमारी हर मुश्किल का हल होता है। माँ कभी डॉक्टर, कभी कुक,कभी सलाहकार तो कभी दोस्त होती है। माँ एक बच्चे के लिए उसकी पूरी दुनिया है।
हम उम्मीद करेंगे कि आपको यह निबंध ( Essay on Mother in Hindi Language – माँ पर निबंध ) पसंद आएगा।
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