यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में एकता में शक्ति – संगठन में शक्ति पर निबंध मिलेगा। Here you will get Paragraph and Short Essay on Unity is Strength in Hindi Language for School Students and Kids of all Classes.
Essay on Unity is Strength in Hindi – एकता में शक्ति – संगठन में शक्ति पर निबंध : संगठन में ही शक्ति है। एकता में ही बल है। पांच उंगलियां मिल कर ही हाथ बनाती है। हाथ के पंजे में रचनात्मक शक्ति है, वह कारीगर है, वह मज़दूर है, वह लेखक है, वह चित्रकार है, वह अध्यापक है, वह सैनिक है। अलग-अलग उंगलियों की शक्ति बंट जाती है। समाज का विकास इसी भावना से हुआ उस का अस्तित्व इसी भावना पर टिका है। अति प्राचीन काल में मनुष्य। अलग-अलग झुंडो में निरीह पशुओं जैसा जीवन व्यतीत करते थे। समूह एकत्र हुए संगठित हुए समाज बना, सभ्यता का विकास हुआ। सुरक्षा बढ़ी, सुविधाएं, बढ़ीं।
मानव मूल्यों और सामाजिक परंपराओं का विकास हुआ एक दूसरे के लिए त्याग, सहयोग, दान-पुण्य धर्म-कर्म की मान्यताएं विकसित हुई। जहां संगठन है वहां सुख है और जहां विखराव है वह कलह है, दुःख है भय है, संशय और असुरक्षा है। परिवार समाज की सबसे छोटी इकाई है। इस इकाई का आधार एकता का सिद्धांत है।
Essay on Unity is Strength in Hindi – एकता में शक्ति – संगठन में शक्ति पर निबंध
Essay on Unity is Strength in Hindi – एकता में शक्ति – संगठन में शक्ति पर निबंध
माता-पिता की एकत्व भावना, बढ़े-बूढ़ों की दायित्व भावना परिवार के बालकों को ठोस भावनात्मक आधार देती है। बच्चे अपने आपको सुरक्षित पाते है उनका विकास सहज रुप से होता है। इसके विपरीत जिस परिवार में एकता नहीं है| वहां तरह-तरह के दुःख, मानसिक तनाव और अरुचियां विद्यमान रहती हैं। समाज में लड़ने वाले परिवार की प्रतिष्ठा घट जाती है।
एकता को भावना का उदय निश्चय बूंखार पशुओं और प्राकृतिक विपदाओं का सामना करने की आवश्यकता में से हुआ होगा। मनुष्य सामाजिक पशु है। वह अकेला रह ही नहीं सकता। अपनी दैनिक आवश्यकता बन गई है। आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए, विचारों के आदान-प्रदान के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है। जैसे-जैसे सभ्यता और संस्कृति का विकास हुआ विशेषीकरण बढ़ता गया और परस्पर निर्भरता भी बढ़ती गई। अब कोई भी व्यक्ति अपनी सैकड़ों आवश्यकताएं पूरी करने के लिए सैकड़ों व्यक्तियों पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से निर्भर होता है अतः एकता की भावना आज बुनियादी एकता का अभिप्राय यह है कि हम लोकहित के लिए एक साथ रह कर कार्य करें। इसका यह अर्थ कदापि नहीं है कि हम विनाशकारी कार्यों में भी एकता की भावना की कल्पना करें।
एकता का अर्थ ही रचनात्मक सामूहिकता है। जिस एकता में सृजनात्मक और रचनात्मक मूल्यों की अनदेखी की जाए वह एकता विनाशकारी शक्तियों और प्रवृतियों का ही पोषण करती है। यह एकता समाज के लिए और व्यक्ति विशेष के लिए घातक सिद्ध होगी। एकता का अर्थ कदापि नहीं कि हम सामाजिक नियमों का सामूहिक उल्लंघन करें, कानूनों को अनुचित ढंग से तोड़े और समाज में अराजकता फैलाएं या अनुशासन हीनता का वातावरण तैयार करें। आजकल प्रायः देखने में आता है कि ‘एकता’ शब्द को कुछ स्वार्थी लोग केवल निजी स्वार्थों के लिए प्रयुक्त कर रहे हैं और आन्तरिक एकता के सूत्रों को तोड़ रहे हैं। एकता तो ऐसी पवित्र शक्ति है जो मानव मात्र के कल्याण के लिए सज्जनता के सिद्धांत पर टिकी है, उसकी स्थिति मानव ह्रदय में स्वभाविक रुप से बनी हुई है।
एकता की भावना विश्वव्यापी है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संसार में शांति और सुरक्षा के लिए कुछ राष्ट्रों ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना की। इस विश्व संस्था का मूल उद्देश्य ही यह था कि सदस्य राष्ट्र मिल जुल कर सँसार में शांति के लिए प्रयास करें। विध्वंसकारी अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण रोका जा सके। राष्ट्रों के बीच विश्वास और मैत्री की भावना स्थापित की जाए। इससे अनेक क्षेत्रों में इस विश्व संस्था ने उल्लेखनीय और सराहनीय कार्य किया है| हाल ही में इराक की अमानवीय अकांक्षाओं पर रोक लगाने और विश्वयुद्ध की विभीषिका को टालने में इसने रचनात्मक भूमिका अदा की है। कई राष्ट्रों के मिले-जुले प्रयास, सेवाएं और साधन प्राप्त करके इसने ‘विश्व मैत्री की भावना को मजबूत किया है।
एकता किसी भी राष्ट्र के उत्थान का बुनियादि आधार होता है। एकता के बल पर ही विश्व समाज में वह प्रतिष्ठा प्राप्त करता है। इन्हीं दिनों सोवियत संघ के टूटने ने उसे दूसरी विश्व शक्ति के गौरवपूर्ण स्थान से नीचे गिराया है। अतः एकता में शक्ति है, संगठन में प्रतिष्ठा है| इस उद्देश्य को प्रकट करने वाली कई कथाएं प्रचलित हैं जैसे, कबूतर और जाल ‘बूढ़ा पिता और उसके चार बेटे” आदि। इस लिए किसी ने ठीक ही कहा है कि एकता में बल है तथा फूट में विनाश।
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Essay on Unity is Strength in Hindi – एकता में शक्ति – संगठन में शक्ति पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
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