Get information about Sun in Hindi Language. Here you will get Paragraph and Short Essay on Sun in Hindi Language and Essay on Suraj in Hindi for students of all Classes in 200 and 400 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में सूरज पर निबंध मिलेगा।
Short Essay on Sun in Hindi – सूरज पर निबंध
Short Essay on Sun in Hindi Language – सूरज पर निबंध ( 200 words )
सूरज सौरमंडल का वह तारा है जिसके चारों तरफ पृथ्वी और सभी ग्रह घुमते है। सूरज बहुत सी गैसों से मिलकर बना है। इसका 74 प्रतिशत भाग हाईड्रोजन है और 24 प्रतिशत हीलीयम से बना है और 2 प्रतिशत ऑक्सीजीन और ओजोन आदि से बना है। सूरज धरती से देखने में बहुत ही छोटा दिखाई देता है क्योंकि इसकी दूरी पृथ्वी से बहुत ही ज्यादा है। सूर्य का व्यास धरती से 110 गुना ज्यादा है। सूरज का प्रकाश धरती तक पहुँचने में 8 मिनट 17 सैकेंड लगते है। इसकी किरणे 3 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती पर पहुँचती है।
सूरज संसार को रोशनी और गर्मी प्रदान करता है। अगर सूरज न हो तो पूरा संसार अंधकार में डूब जाएगा और जीवन असंभव हो जाएगा। लोगो को सबसे ज्यादा सूरज की जरूरत सर्दीयों में महसुस होती है। सूरज की किरणों में कुछ हानिकारक किरणे भी होती है जो कि शरीर के लिए बहुत ही हानिकारक है। सूरज का उदय पूर्व दिशा में होता है और अस्त पश्चिम दिशा में होता है। सूरज उदय और अस्त के सम़ लाल रंग का प्रतीत होता है। सूरज कि किरणे जब हवा में मौजुद बारिश की किरणों पर पड़ती है तो इंद्रधनुष बनता है।
Short Essay on Sun in Hindi Language – सूरज पर निबंध ( 400 words )
सूरज सौरमंडल का सबसे बड़ा चमकने वाला सितारा है। यह पृथ्वी की तरह ठोस नहीं है बल्कि गैसों से बना हुआ है। सूरज सुर्य मंडल का सबसे ज्यादा वजन रखता है लगभग 99 प्रतिशत। सूरज का 72 प्रतिशत भाग हाईड्रोजन से बना है और 26 प्रतिशत हिलीयम और 2 प्रतिशत कार्बन, ऑक्सीजन आदि से मिलकर बना है। सूरज का व्यास पृथ्वी से 110 गुणा बढ़ा होता है। सूरज का गुरत्वाकर्षण बहुत ज्यादा होता है जिसके कारण सभी अन्य ग्रह अपने निर्धारित कक्ष में ही घुमते है। सभी ग्रह और पृथ्वी, सूरज के चारों तरफ ही घुमते है।
सूरज के संस्कृत में 108 नाम है। सूर्य हमें रोशनी और गर्मी प्रदान करता है। सूरज का प्रकाश धरती तक पहुँचने में 8 मिनट 17 सैकेंड लगते है। सूरज की किरणें 3 लाख किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से धरती पर पहुँचती है। धरती 24 घंटे में अपने धुरे के समक्ष एक चक्कर पूरा करती है जबकि सूरज को 25 दिन लगते है एक चक्र पूरा करने में। सूरज की किरणों में कुछ हानिकारक किरणें भी होती है जो कि शरीर के लिए बहुत हानिकारक होती है।
सूरज का असली रंग सफेद होता है जबकि वातावरण के कारण यह पीला दिखाई पड़ता है। सूरज का आकार इतना बड़ा होता है कि उसके अंदर बहुत सी पृथ्वी समा सकती है। साल के 360 दिनों में हर जगह पर एक बार सूर्य ग्रहण पक्का नजर आता है। यह ज्यादा से ज्यादा 20 मिनट का होता है। अगर सूरज का पेंसिल जितना टुकड़ा भी धरती पर आ जाए तो इंसान 145 किलोमीटर की दुरी से ही जलकर मर सकता है। सूरज के बिना धरती पर जीवन संभव नहीं है। अगर एक दिन भी सूरज न निकले तो पूरी धरती कुछ ही घंटों में बर्फ में परिवर्तित हो जाएगी।
सूरज में नाभिकीय विखंडन जैसी रिएक्शन भी होकी है। अगर सूरज की एक घंटे की पूरी ऊर्जा सोलर पैनल में इकट्ठी कर ली जाए तो साल की बिजली की खप्त बच सकती है। सूरज सभी के लिए बहुत ही जरूरी है क्योंकि इसके बिना पेड़ पौधे भी नहीं रह सकते वह भोजन भी नहीं बना सकते। सूरज का उदय पूर्व दिशा में होता है और यह सूबह के समय लाल रंग का दिखाई देता है। सूरज अब तक सिर्फ 20 बार ही आकाश गंगा का चक्कर लगा पाया है जिसके एक चक्कर में 25 करोड़ साल लग जाते है। सूरज धरती पर जीवन के लिए जरूरी है।
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Short Essay on Sun in Hindi Language – सूरज पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
Essay on Sun in Hindi for Kids