Here you will get Short Speech on Our National Language Hindi, Short Speech on Hindi Language in Hindi Language for students of all Classes in 300 and 600 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में हमारी राष्ट्र भाषा हिन्दी पर निबंध मिलेगा।
Speech on Hindi Language in Hindi – हमारी राष्ट्र भाषा हिन्दी पर निबंध
Speech on Hindi Language in Hindi – हमारी राष्ट्र भाषा हिन्दी पर निबंध ( 300 words )
भारत एक बहु भाषीय देश है जिसके हर राज्य में अलग भाषा बोली जाती है लेकिन हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है। 14 सितंबर 1949 को हिंदी को भारत की राज भाषा का दर्जा मिला था। राजभाषा यानि कि वह भाषा जो लोगों के बोलचाल की भाषा है और सभी सरकारी कामों में भी इसी का प्रयोग किया जाए। पुरी दुनिया में 500 मिलियन लोग हिंदी भाषा को बोलते है। यह पुरे विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में चौथे स्थान पर आती है। भारत में भी 40 प्रतिशत लोग हिंदी ही बोलते है। हर जगह अलग अलग तरह की हिंदी बोली जाती है।
हिंदी के 40 स्वरूप है जैसे कि खड़ी बोली आदि। हिंदी बहुत ही सरल भाषा है यह जैसे लिखी जाती है वैसे ही पढ़ी जाती है। हिंदी के लिपी देवनागरी है।हिंदी के बहुत से शब्द अंग्रेजी में भी ज्यों के त्यों प्रयोग किए जाते है। हिंदी के पास अपना एक विशाल शब्दकोश है। हिंदी उन सात भाषाओं में से है जिनमें वैब अडरैस बनाया जा सकता है। हिंदी शब्द पारसी भाषा के हिंद शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ है सिंधु नदी की जमीन पर रहने वाले।1965 में हिंदी भाषा को अधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था।
आजकल इंटरनेट पर भी हिंदी भाषा का प्रयोग ज्यादा होने लगा है। लगभग इंटरनेट पर 94 प्रतिशत हिंदी का प्रयोग होता है। सभी स्कूलों में भी प्राथमिक स्तर तक हिंदी एक विषय के रूप में पढ़ाया जाता है। प्रेम सागर हिंदी में लिखी गई सबसे पहली पुस्तक है जिसमें कृष्ण जी की लिलाओं के बारे में लिखा है। मुंशी प्रेमचंद हिंदी कै सबसे बड़े लेखक थे। आधुनिक युग में बोली जाने वाली हिंदी को मानक हिंदी कहते है। सबसे पहले उर्द्धु को छोड़ हिंदी भाषा को अपनाने वाला राज्य बिहार था। हम सबको हिंदी को बोलने में गर्व महसूस करना चाहिए और इसे जन साधारण की भाषा बनाना चाहिए।
Speech on Hindi Language in Hindi – हमारी राष्ट्र भाषा हिन्दी पर निबंध ( 600 words )
हिंदी भारत की राष्ट्र भाषा है। राष्ट्र भाषा का अर्थ है वह भाषा जो देश के राज काज के कार्यों में प्रयोग की जाती हो और वहाँ के लोगों के द्वारा सबसे ज्यादा बोली जाती हो। 14 सितंबर 1949 को हिंदी को भारत में राष्ट्र भाषा का दर्जा मिला था। इसलिए हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी भाषा का उत्पन्न संस्कृत भाषा ये हुआ है और दोनों की ही लिपी देवनागरी है यानि कि वह लिपि जो देवों के द्वारा प्रयोग की जाती है। हिन्दी शब्द की उत्पति पारसी के हिंद शब्द से हुई थी।
भारत एक बहु भाषीय देश है जहाँ पर हर राज्य की अपनी भाषा है लेकिन हिंदी को राष्ट्र भाषा के रूप में अपनाया गया क्योंकि ज्यादातर लोग इसे बोल और आसानी से समझ सकते है। हिंदी को सीखना सबसे सरल है क्योंकि यह जैसे लिखी जाती है वैसे ही पढ़ी जाती है। हिंदी में 11 स्वर और 33 व्यंजन होते है जिनसे सभी शब्दों की उत्पति होती है। भारत में 40 प्रतिशत लोगों की मातृभाषा हिंदी है। अलग अलग जगह पर अलग अलग तरह की हिंदी बोली जाती है जैसे कि खड़ी बोली आदि। आज के आधुनिक युग में बोली जाने वाली हिंदी को मानक हिंदी कहा जाता है।
हिंदी एक सरल भाषा है जो कि आसानी से बोली और समझी जा सकती है और इसी वजह से यह विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। उर्दु भाषा का प्रयोग छोड़कर सबसे पहले अपनी एक ही भाषा हिंदी को अपनाने वाला राज्य बिहार है। हिंदी को पूरे विश्व में 500 मिलियन से ज्यादा लोग बोलते है। पिछले 5 सालों में हिंदी ने इंटरनेट पर भी प्रगति कर ली है। इंटरनेट पर हिंदी का 94 प्रतिशत प्रयोग किया जाता है। स्कूलों में भी प्राथमिक स्तर तक हिंदी को विषय के रूप में पढ़ाया जाता है। हिंदी भारत के अलावा नेपाल, फीजी आदि देशों में भी बड़ी संख्या में बोली जाती है। हिंदी के सबसे बड़े लेखक मुंशी प्रेमचंद हुए है।
हिंदी के बहुत से शब्दों का अंग्रेजी में भी ऐसे ही प्रयोग किया जाता है जैसे कि योग , अवतार आदि। हिंदी को बाईं से दाईं ओर भी लिखा जा सकता है। 1958 में हिंदी व्याकरण सिखाने के लिए प हली पुस्तक पब्लिश हुई थी। हिंदी भाषा का अपना शब्दकोष है जो कि बहुत ही बड़ा है। हिंदी भाषा उन सात भाषाओं में से एक है जिसमें वैब एडरैस को बनाया जा सकता है। हिंदी भाषा की सबसे पहले लिखी गई पुस्तक प्रेम सागर है जिसमें कृष्ण जी की लिलाओं के बारे में लिखा गया है। 1965 में हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया। हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा होने के बावजुद भी राज काज के में अंग्रेजी का प्रयोग किया जाता है।
लोग हिंदी को बोलने में संकोच करते है जो कि बहुत ही शर्म की बात है। लोग बोलचाल में भी हिंदी के स्थान पर अंग्रेजी का प्रयोग करने पर खुद को गौर्वित समझते है। अगर कोई व्यक्ति अपनी राष्ट्र भाषा बोलने में गौरवानिवत महसुस नहीं करता है तो वह देश कभी भी उन्नत नहीं हो सकता है। हमें चाहिए कि हम हिंदी को ही अपनी बोलचाल की भाषा बनाना होगा। बैंको में न्यायालयों में और सभी कानूनी कार्यों में हिंदी का ही प्रयोग किया जाना चाहिए। जब विदेशों में भी लोग हिंदी का प्रयोग कर सकते है तो हम संकोच क्यूँ करे। हमें अपनी भाषा बोलने में गर्व महसूस करना चाहिए और देश को उसकी भाषा के कारण एक नई पहचान देनी चाहिए। हिंदी को विश्व में बोली जाने वाली भाषाओं में प्रथम स्थान पर लाना होगा।
हम आशा करते हैं कि आप इस भाषण ( Speech on Hindi Language in Hindi – हमारी राष्ट्र भाषा हिन्दी पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
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