यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में प्राकृतिक आपदा पर निबंध मिलेगा। Here you will get Paragraph and Short Essay on Natural Disaster in Hindi Language for students of all Classes in 150, 250, 500 words.
Essay on Natural Disaster in Hindi – प्राकृतिक आपदा पर निबंध
Short Essay on Natural Disaster in Hindi Language – प्राकृतिक आपदा पर निबंध ( 150 words )
एक ‘प्राकृतिक आपदा’ पृथ्वी की प्राकृतिक प्रक्रियाओं के परिणामस्वरूप एक प्रमुख घटना है। यह जीवन और संपत्ति का एक बड़ा नुकसान का कारण बनता है। यह सच है कि एक प्राकृतिक आपदा एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और हम इसे रोक नहीं सकते हैं लेकिन कुछ तैयारियां करके, हम जीवन और संपत्ति के नुकसान की परिमाण को कम कर सकते हैं। सबसे पहले हमें ग्लोबल वार्मिंग को कम करना चाहिए जो सभी समस्याओं का मूल कारण है।
हमारे पास बीमा पॉलिसी भी होनी चाहिए ताकि हम किसी भी आपदा के बाद हमारे जीवन को पुनर्निर्मित करने के लिए पर्याप्त धन प्राप्त कर सकें। वैज्ञानिकों को अग्रिम चेतावनी प्रणाली का आविष्कार करना चाहिए। निर्माण के दौरान हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह भूकंप का सामना करने के लिए पर्याप्त मजबूत है। हमें किसी भी आपदा के दौरान लोगों को निकासी के बारे में शिक्षित करना चाहिए। इसलिए, कुछ सावधानी बरतकर हम प्राकृतिक आपदाओं के साथ केप कर सकते हैं।
Essay on Natural Disaster in Hindi – प्राकृतिक आपदा पर निबंध ( 250 words )
प्रकृति में किसी भी तरीके से परिवर्तन होने से जो विपत्ति उत्पन्न होती है उसे प्राकृतिक आपदाएँ कहते है। यह अक्समात आती है और बहुत ही भयानक होती है। प्राकृतिक आपदाएँ मनुष्य के पर्यायवरण में परिवर्तन के कारण ही हो रही है। जब कभी भी कोई भी प्राकृतिक आपदा आती है वह मनुष्य जीवन से लेकर सभी वन्ज जीवों के जीवन को तहस नहस कर जाती है। प्राकृतिक आपदाएँ बहुत से प्रकार की हैं-
Essay on Prakritik Aapda in Hindi – Types of Natural Disaster in Hindi
1. भूकंप- यह धरती में आंतरिक असंतुलन के कारण उत्पन्न होता है और इस भूकंप के झटके से दुर दुर के क्षेत्र भी प्रभावित होते है।
2. बाढ- नहर और नदियों में जब बारिश के समय में पानी का स्तर ज्यादा बढ़ जाता है तब बाढ़ आने का खतरा ओर भी बढ़ जाता है।
3. सुनामी- समुमद्र में उठने वाली उँची उँची लहरों को सुनामी कहते हैं। यह जब भी आती है अपने साथ लाखों करोड़ों लोगों की जिंदगी ले जाती है।
ज्वालामुखी फटने, तुफान और चक्रवात जैसी और भी बहुत सी प्राकृतिक आपदाएँ हैं। मनुष्य अपने विकास के चक्कर में प्रकृति को नुकसान पहुँचा रहा है। प्रकृति क्रोधित होकर उन्हें हानि पहुँचाती है और सब कुछ तबाह तर देती है। हमें चाहिए कि हम कोई भी ऐसा काम म करे जिससे पर्यायवरण को नुकसान हो और प्रकृति कंरोधित हो।
Essay on Natural Disaster in Hindi – प्राकृतिक आपदा पर निबंध ( 500 Words )
भूमिका- प्रत्येक व्यक्ति, समाज और देश को समय समय पर बहुत सी आपदाओं का सामना करना पड़ता है जिसमें से कुछ समय के साथ आती है और कुछ प्राकृतिक होती है। प्राकृतिक आपदाएं वह होती है जो प्रकृति में किसी भी भौतिक और रसायनिक तत्वों में हलचल होने से होती है जो कि बहुत ही विनाशकारी है और इससे जान माल की हानि होती है। यह आपदाएं अकस्मात आती है और इन्हें रोका नहीं जा सकता है अपितु इनके आने का केवल अंदाजा लगाया जा सकता है और उचित सावधानी बरती जा सकती है।
प्राकृतिक आपदाओं के प्रकार-
प्राकृतिक आपदाएं जन जाति और वनस्पतियों को विभिन्न रुप में प्रभावित करते हैं और इसके विभिन्न प्रकार कुछ इस प्रकार से है-
1. भूकंप- पृथ्वी की भीतरी सतह में प्लेटो के हिलने से कंपन पैदा होता है जिसे भूकंप कहा जाता है। यह अपने साथ बहुत सी इमारतों को गिरा देता है और लाखों लोगों की जान जाने का कारण बनता है।
2. बाढ़- बाढ़ की स्थिति अत्यधिक वर्षा के कारण उत्पन्न होती है जो अपने साथ बहुत से नगरों और कस्बों को बहा कर ले जाती है।
3. सुनामी- समुद्र की लहरों में हलचल होने से और उनमें वेग उत्पन्न होने से सुनामी आती है।
4. चक्रवात- जब तेज हवाएँ वर्षा के साथ साथ गोल गोल घुमती हुई आगे बढ़ती है तो उन्हें चक्रवात कहा जाता है और यह ज्यादातर बंगाल की खाड़ी में आते हैं।
5. बिजली गिरना- बारिश के मौसम में बिजली का गिरना भी प्राकृतिक आपदा है और हर साल बिजली गिरने से लगभग 24000 लोगों की मौत हो जाती है।
प्राकृतिक आपदाओं से हानियाँ-
प्राकृतिक आपदाएं जब भी आती है पूरी तरह से सब कुछ तहस नहस कर जाता है। इसे जान माल का बड़ी मात्रा में नुकसान होता है। बाढ़ के समय में पानी भर जाने से लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने में बहुत मुश्किलें आती है। आपदा के समय में सभी चीजों के दाम बढ़ा दिए जाते हैं। मनुष्य के साथ साथ प्राकृतिक आपदाएं पशु पक्षियों और वनस्पति को भी बुरी तरह से प्रभावित करते हैं।
उपाय-
प्राकृतिक आपदाओं को रोका नहीं जा सकता है पर उनसे सावधानी बरतने के उपाय किए जा सकते हैं। हमें बारिश के समय में सभी नदियों, नालों को साफ रखना चाहिए ताकि उनमें पानी भरकर बाहर न निकले और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न न हो। हमें ज्यादा ऊंची इमारतें नहीं बनानी चाहिए ताकि भूकंप के समय वह गिरे ना। हमें आने वाली प्राकृतिक आपदाओ की चेतावनी टेलीविजन और अखबारों के द्वारा दी जाती है जिसर हमें अमल करना चाहिए और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए।
निष्कर्ष-
प्राकृतिक आपदा किसी भी गाँव, किसी भी नगर और किसी भी देश में कभी भी आ सकती है और इससे बचाव के लिए नागरिकों को सजग और सचेत रहना चाहिए। हमें प्राकृतिक आपदा के समय एक दुसरे की मदद भी करनी चाहिए और बिना डरे पूरी तैयारी के साथ इन आपदाओं का सामना करना चाहिएचाहिए और देश को भारी जान माल का नुकसान होने से बचाना चाहिए।
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Essay on Prakritik Aapda in Hindi – Essay on Natural Disaster in Hindi – प्राकृतिक आपदा पर निबंध ) को पसंद करेंगे।
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